मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम दिगविजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह का एक बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। राजगढ़ में लक्ष्मण सिंह ने मीडिया में बातचीत के दौरान एक ऐसा बयान दिया, जिससे सियासी हलचल पैदा हो गई है।
दरअसल, बीते सोमवार को राजगढ़ में कांग्रेस से निष्कासित होने के बाद पूर्व सांसद लक्ष्मण सिंह ने मीडिया में बातचीत कहा कि – “जल्द ही वे कांग्रेस की विचार धारा पर आधारित, लेकिन नई पार्टी की नींव रखेंगे, जो कि मौजूदा कांग्रेस से समानांतर खड़ी होगी।”
साथ ही उन्होंने कहा कि – “मैं ऐसी कांग्रेस बनाऊंगा, जिसमें एक-एक कार्यकर्ता को प्राथमिकता मिलेगी। आज की कांग्रेस में ना प्रदेश स्तर और ना ही राष्ट्रीय स्तर पर कोई नेतृत्व दिख रहा है। उन्होंने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि – कांग्रेस में बाहर से आने वाले पर्यवेक्षक बिना जमीनी समझ के निर्णय थोप देते है, जिससे कार्यकर्ताओं का मनोबल टूटता है।”
साथ ही उन्होंने कहा कि – “राजगढ़ सहित कई क्षेत्रों में रूपए लेकर विधानसभा चुनाव में टिकट दिये गए। पूर्व सांसद लक्ष्मण सिंह ने कहा कि वे इन टिकिट बिक्री के प्रमाण जल्द ही सामने लाएंगे।” वहीं इस दौरान उनके भाई दिगविजय सिंह को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने तल्खी से कहा कि – “कौन कहता है कि राजगढ़ उनका है, ना गुना हमारा है और ना ग्वालियर सिंधिया का है। हर क्षेत्र का पहला अधिकार वहां की जनता का है।”
इसके बाद लक्ष्मण सिंह ने हरदा लाठीचार्ज के मामले में भी प्रशासन की भूमिका में सवाल उठाते हुए कहा कि- “ये लाठीचार्ज अंग्रेजी हुकूमत की संस्कृति है। लोकतंत्र में संवाद पहले आना चाहिए और डंडा बाद में आना चाहिए।”