भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार दिल्ली के निगमबोध श्मशान घाट में संपन्न हुआ। उनकी विदाई में शामिल हुए हजारों लोग उनके प्रति अपनी श्रद्धा और सम्मान व्यक्त करने पहुंचे। उनके योगदान को याद करते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने नारे लगाए, जो उनकी लोकप्रियता और उनकी सेवाओं के प्रति देश की कृतज्ञता को दर्शाता है।
डॉ. मनमोहन सिंह ने अपने कार्यकाल के दौरान देश को आर्थिक और राजनीतिक रूप से मजबूती प्रदान की थी। उनकी सादगी, विद्वता, और कुशल नेतृत्व हमेशा लोगों के दिलों में अमर रहेंगे। उनके निधन से देश को अपूरणीय क्षति हुई है। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके पार्थिव शरीर को कांग्रेस मुख्यालय, ‘24 अकबर रोड’, पर रखा गया, जहां पार्टी के प्रमुख नेता और कार्यकर्ता एकत्रित हुए। इस भावुक पल में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। डॉ. सिंह की पत्नी गुरशरण कौर और उनके परिवार के सदस्य भी उपस्थित थे, जिन्होंने इस दुखद घड़ी में अपने प्रिय को अंतिम विदाई दी। कांग्रेस मुख्यालय में माहौल गमगीन था, और हर कोई डॉ. सिंह के योगदानों और उनकी सादगी को याद कर रहा था। डॉ. मनमोहन सिंह का देश की सेवा और उनकी विद्वता का स्मरण हमेशा किया जाएगा। उनकी इस विदाई ने पूरे देश को शोकाकुल कर दिया है।
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की अंतिम यात्रा में भावनाओं का सागर उमड़ पड़ा। कांग्रेस मुख्यालय ‘24 अकबर रोड’ से लेकर दिल्ली के निगमबोध श्मशान घाट तक हजारों-लाखों लोग उनके अंतिम दर्शन के लिए सड़कों पर उमड़ आए। हर कोई अपने प्रिय नेता को अंतिम विदाई देने के लिए उपस्थित था। इस दौरान डॉ. सिंह के परिवार के सदस्य, उनकी पत्नी गुरशरण कौर, और करीबी नेता, जैसे राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और अन्य वरिष्ठ कांग्रेस कार्यकर्ता भी यात्रा में शामिल हुए। गुरशरण कौर ने अपने पति के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावपूर्ण विदाई दी। इस अंतिम यात्रा में लोगों ने “मनमोहन सिंह अमर रहें” और “जब तक सूरज चांद रहेगा, मनमोहन तेरा नाम रहेगा” के नारों से उन्हें श्रद्धांजलि दी। डॉ. मनमोहन सिंह की सादगी, विद्वता, और योगदान को याद करते हुए इस विदाई ने पूरे देश को गमगीन कर दिया। उनका व्यक्तित्व और देश के प्रति उनका समर्पण हमेशा अमर रहेगा।