पूर्व राष्ट्रपति नशीद का दावा ,भारत ने बचाया वरना कर्ज चुकाना मुश्किल

पूर्व राष्ट्रपति नशीद : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मालदीव यात्रा से पहले, मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने कहा कि भारत ने मालदीव की आर्थिक परेशानी के समय मदद की। अगर भारत ने सहायता न दी होती, तो मालदीव अपना कर्ज नहीं चुका पाता। भारत की मदद से मालदीव आर्थिक रूप से स्थिर रहा। नशीद ने बताया कि मालदीव के लिए भारतीय सहयोग बहुत जरूरी है और इससे देश को कठिन समय में राहत मिली। यह साझेदारी केवल आर्थिक नहीं, बल्कि आपसी विश्वास और क्षेत्रीय एकता पर भी आधारित है। अब मालदीव की विदेश नीति पूरी तरह भारत-प्रथम है।

भारत के साथ सहयोग को मालदीव ने बताया रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण

मोहम्मद नशीद ने कहा कि मालदीव हिंद महासागर के सबसे जरूरी समुद्री इलाके में है। यह देश लंबाई में 1,000 किलोमीटर और चौड़ाई में 600 किलोमीटर फैला हुआ है। प्रधानमंत्री मोदी की मालदीव यात्रा भारत के साथ मजबूत और लंबे समय तक चलने वाले रिश्ते की अहमियत को दिखाती है। मालदीव इस सहयोग का स्वागत करता है क्योंकि इससे हमारी देश की स्थिरता मजबूत होती है और दोनों देशों के लिए नई तरक्की के अवसर बनते हैं। यह साझेदारी दोनों देशों की समृद्धि में मदद करती है।

प्रधानमंत्री मोदी के दौरे से मालदीव में भारतीय पर्यटकों की बढ़ती संख्या की उम्मीद

पूर्व राष्ट्रपति नशीद ने कहा कि उन्हें उम्मीद है प्रधानमंत्री मोदी की मालदीव यात्रा के बाद फिर से भारतीय पर्यटक मालदीव आएंगे। नशीद के अनुसार, जब भारत और मालदीव के रिश्ते अच्छे होते हैं तो दोनों देशों को फायदा होता है और पर्यटन बढ़ता है। उन्होंने भरोसा जताया कि पीएम मोदी की यात्रा से मालदीव आने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा। राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के सत्ता में आने और कुछ मंत्रियों की टिप्पणियों के बाद दोनों देशों में तनाव बढ़ा था, जिससे भारतीय पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट आई और मालदीव की अर्थव्यवस्था को नुकसान हुआ