इंदौर के प्रसिद्ध आध्यात्मिक केंद्र श्री क्षेत्र गोंदवले धाम में 27 वां स्थापना दिवस भक्ति और उत्साह के साथ मनाया गया। रविवार को धाम में विभिन्न आयोजन किए गए। जिसमें हजारों श्रद्धालु सम्मिलित हुए। सुबह संत श्री बह्मचैतन्य गोंदवलेकर महाराज की गर्भ गृह में विराजमान प्रतिमा का विशेष श्रृंगार किया गया। वहीं बह्मचैतन्य गोंदवलेकर महाराज की 125 वर्ष पुरानी चरण पादुकाओं का अभिषेक किया गया।
इस उपलक्ष्य में रोहित यादव और उनके साथियों द्वारा 13 घंटे का अखंड नाम जप किया गया। श्रीराम युवा मंडल राउ द्वारा साप्ताहिक सतसंग उपासना में भजन कीर्तन की सेवा दी गई। कार्यक्रम में शहर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव भी उपस्थित हुए।
आदर्श आध्यात्मिक गुरु श्री श्रीराम कोकजे गुरुजी ने समस्त भक्तों को आशीर्वचन दिए और कहा कि “जैसे स्वस्थ शरीर के लिए शुद्ध प्राण वायु की आवश्यकता है, वैसे ही समाज स्वस्थ रहे, इस हेतु सच्चे आध्यात्म का होना आवश्यक है। इसी उद्देश्य से 27 वर्षों पूर्व गोंदवले धाम की नींव रखी गई थी। ईश्वर उपासना और नाम स्मरण के माध्यम से समाज के प्रत्येक वर्ग को समाधान मिल सके और भगवान के प्रति सच्ची निष्ठा उत्पन्न हो सके, इसके लिए हमे नियमित उपासना में रहना चाहिए।”
धाम के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में धाम के सदगुरू श्रीराम कोकजे गुरुजी का तुलादान किया गया और महाप्रसादी वितरण की गई। वहीं सतसंग में श्रद्धालु ईश्वर की भक्ति और भजनो में लीन नजर आए।
आपको बता दें कि गोंदवले धाम के सदगुरू श्रीराम कोकजे गुरुजी के सानिध्य में लाखों लोग मार्गदर्शन और समाधान प्राप्त कर रहे है। साथ ही यहीं गोंदवले धाम की स्थापना का मूल उद्देश्य है कि प्रत्येक व्यक्ति को किसी भी परिस्थिति में सहन करने का सामर्थ्य मिले।