गुजरात एटीएस (आतंकवाद निरोधक दस्ते) ने एक अहम ऑपरेशन के तहत अल-कायदा से जुड़े चार संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार कर देश में संभावित बड़े आतंकी हमले को समय रहते टाल दिया है। एटीएस डीआईजी सुनील जोश ने इस पूरे मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि इन चारों में से दो को गुजरात, एक को दिल्ली और एक को नोएडा से पकड़ा गया है।
सोशल मीडिया बना आतंकियों का हथियार
जांच के दौरान यह सामने आया कि ये आतंकी सोशल मीडिया के माध्यम से युवाओं को बरगलाने और अल-कायदा की विचारधारा फैलाने में लगे थे। ये विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के जरिये लोगों से संपर्क साधते थे और कट्टरपंथी सोच को बढ़ावा देते हुए उन्हें अपने ग्रुप में शामिल करते थे।
एटीएस को मिली थी गोपनीय जानकारी
इस ऑपरेशन की शुरुआत एक गोपनीय सूचना (टिप-ऑफ) से हुई, जिसे गंभीरता से लेते हुए गुजरात एटीएस ने जांच शुरू की और एक सुनियोजित रणनीति के तहत कार्रवाई को अंजाम दिया। सूत्रों के अनुसार, जिन चार युवकों को गिरफ्तार किया गया है, उनके नाम जीशान, फरदीन, सैफुल्ला और फारिक बताए गए हैं।
Gujarat ATS arrested four terrorists with links to AQIS (Al-Qaeda in the Indian subcontinent). A detailed press conference will be held: ATS DIG Sunil Joshi
(Pics: Gujarat ATS) pic.twitter.com/qV3119GztG
— ANI (@ANI) July 23, 2025
आतंकियों की उम्र 20 से 25 साल के बीच, रच रहे थे बड़ी साजिश
गिरफ्तार किए गए चारों युवकों की उम्र 20 से 25 वर्ष के बीच बताई गई है। एटीएस के अनुसार, इनका उद्देश्य देश में बड़े पैमाने पर आतंकी हमला करने की साजिश रचना था। हालांकि, इससे पहले कि वे अपनी योजना को अंजाम दे पाते, एटीएस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
आतंकवाद के खिलाफ सतर्कता का उदाहरण बनी एटीएस
गुजरात एटीएस की यह कार्रवाई देश की आतंरिक सुरक्षा के लिहाज़ से एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। समय रहते की गई यह गिरफ्तारी न सिर्फ कई निर्दोष जिंदगियों को संभावित खतरे से बचा सकती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि भारत की सुरक्षा एजेंसियां आतंकवाद को लेकर कितनी सजग और तत्पर हैं।
सुरक्षा एजेंसियां अब कर रही हैं गहन पूछताछ
फिलहाल चारों संदिग्ध आतंकवादियों से पूछताछ जारी है, और उम्मीद की जा रही है कि इस नेटवर्क से जुड़ी कई और महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आ सकती हैं। जांच एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश में हैं कि इनका कनेक्शन किन-किन शहरों और व्यक्तियों से था और इनके जरिए अल-कायदा भारत में किस स्तर की साजिश रच रहा था।