स्वतंत्र समय, उज्जैन
धार्मिक नगरी उज्जैन आज धन्य हो गई, जब अपने भक्तों को दर्शन देने के लिए बाबा महाकाल ( Mahakaal ) नगर भ्रमण पर निकले। श्रावण-भादो माह मे निकलने वाली यह बाबा महाकाल की चौथी सवारी थी। इसमें बाबा महाकाल ने अपने भक्तों को 4 स्वरूपों में दर्शन दिए। इससे पूरी नगरी में जय श्री महाकाल का उद्घोष हुआ और हर कोई बाबा महाकाल के दर्शन कर भावविभोर हो गया।
Mahakaal उमा-महेश स्वरूप में दर्शन देने निकले
श्री महाकालेश्वर ( Mahakaal ) भगवान की श्रावण-भादो माह में निकलने वाली सवारी के क्रम में श्रावण माह के चतुर्थ सोमवार पर आज शाम 4 बजे नगर भ्रमण पर निकली। भगवान श्री महाकालेश्वर बैलगाड़ी पर नंदी पर विराजमान होकर श्री उमा-महेश स्वरूप में अपने भक्तों को दर्शन देने निकले। पालकी में भगवान श्री चन्द्रमौलेश्वर स्वरूप में विराजित रहे और हाथी पर श्री मनमहेश, गरूड रथ पर शिव तांडव प्रतिमा, नंदी रथ पर उमा महेश के मुखारविंद विराजित होकर नगर भ्रमण पर निकले। भगवान श्री महाकालेश्वर की सवारी निकलने के पूर्व श्री महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप में विधिवत भगवान श्री चन्द्रमौलेश्वर का वन एवं पर्यावरण मंत्री रामनिवास रावत, महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री लखन पटेल, कुटीर एवं ग्रामोद्योग मंदिर दिलीप जैसवाल, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री कृष्णा गौर, पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने विधिवत पूजन किया। पूजना शासकीय पुजारी घनश्याम शर्मा ने सम्पन्न करवाया। इसके बाद बाबा महाकाल प्रजा का हाल जानने के लिए नगर भ्रमण पर निकले। मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों ने पालकी में विराजित भगवान श्री चन्द्रमौलेश्वर को सलामी दी। उसके पश्चात परंपरागत मार्ग से होते हुए सवारी क्षिप्रा तट रामघाट पहुची। जहां पर भगवान महाकाल का क्षिप्रा के जल से अभिषेक एवं पूजा-अर्चन किया गया। पूजन-अर्चन के बाद सवारी निर्धारित मार्गों से होते हुए पुन: श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंची।