प्लॉट के नाम पर एक करोड़ की धोखाधड़ी

स्वतंत्र समय, ग्वालियर

सस्ते प्लॉट दिलाने का झांसा देकर ठगों ने 15 लोगों से एक करोड़ से ज्यादा रुपए की धोखाधड़ी की है। घटना पड़ाव थाना स्थित चार चतुर एसोसिएट से जुड़ी है। आरोपियों ने प्लॉट दिखाकर रुपए ले लिए, जब रजिस्ट्री का समय आया तो मुकर गए।
ठगी के शिकार थाने पहुंचे और मामले की शिकायत की। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। इस कंपनी पर इससे पहले भी आधा सैकड़ा लोगों को ठगने का मामला दर्ज है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।

ऐसे समझिए पूरा मामला

ग्वालियर के फालका बाजार निवासी शरद साहू पुत्र महेश नारायण साहू ने शिकायत की है कि उन्होंने दो साल पहले चार चतुर एसोसिएट के संचालक नारायण दास राठौर, अशोक कुमार, अजय जादौन, और गणेश ओझा से प्लॉट का अनुबंध किया था। उनके साथ ही प्रदीप गुप्ता, जितेन्द्र श्रीवास्तव, दुर्ग सिंह, रोशनी देवी, राधा कृष्णा, सरिता देवी, संतोष शर्मा, प्रदीप कुशवाहा, ब्रह्मजीत शर्मा, भूरे सिंह, विनय कुमार, सिया, प्रवीण चतुर्वेदी और धीरेंद्र चतुर्वेदी ने भी अनुबंध किया था। इसके बाद वह इंतजार करते रहे, लेकिन उनके नाम प्लॉट की रजिस्ट्री नहीं की गई।
उन्होंने बताया कि प्रदीप गुप्ता से 25 लाख 37 हजार रुपए, राधा कृष्ण से 11 लाख 30 हजार, जितेंद्र श्रीवास्तव से 5 लाख 50 हजार रुपए, ब्रह्मजीत शर्मा से 9 लाख रुपए, सिया पत्नी महेश से 8 लाख 70 हजार रुपए, संतोष शर्मा पुत्र तेज सिंह से 8 लाख रुपए, प्रवीण चतुर्वेदी से 4 लाख 80 हजार रुपए, दुर्ग सिंह से 6 लाख रुपए, रोशनी तोमर से 4 लाख 70 हजार रुपए, सरिता देवी से 1 लाख 78 हजार रुपए, प्रदीप कुशवाहा से 3 लाख 50 हजार रुपए, भूरे सिंह से 3 लाख 50 हजार रुपए, विनय कुमार से 3 लाख 50 हजार रुपए, ब्रह्मजीत से 3 लाख 50 हजार रुपए, धीरेंद्र चतुर्वेदी से 4 लाख 40 हजार रुपए लिए थे।

रुपए लौटाने का दबाव बनाया तो आरोपी मुकर गए

जब ठगी के शिकार पीडि़तों ने जमीन की रजिस्ट्री कराने के लिए ठगों पर दबाव बनाया तो आरोपी रजिस्ट्री करने से साफ मुकर गए। इसी बीच अन्य लोगों ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया था। इसके बाद उन्होंने भी पुलिस से शिकायत क। शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।

ठगों पर इससे पहले भी हैं कई मामले दर्ज

वही पड़ाव थाना प्रभारी इला टंडन ने बताया कि पुलिस ने पीडि़तों की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। इससे पूर्व भी आरोपियों के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं।