इंदौर के विजयनगर क्षेत्र में स्थित सत्य सांईं विद्या विहार के लिए आज एक भावनाओं से ओत-प्रोत क्षण था। जब सत्य सांईं हार्ट हॉस्पिटल, राजकोट और अहमदाबाद ने मध्य प्रदेश शासन के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के सहयोग से निःशुल्क हृदय रोग निवारण शिविर का आयोजन किया।
भावुक रहा दीप प्रजवल्लन
शिविर का शुभारंभ एक विशेष भावुक क्षण में हुआ, जब मात्र 14 दिन के नवजात शिशु के माता-पिता ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। मानो जीवन ने जीवन को नया स्पंदन दे दिया हो। श्री सत्य साईं सेवा संगठन के प्रांत अध्यक्ष अमित दुबे ने जानकारी दी कि इस शिविर में 390 से अधिक मरीजों ने भाग लिया, जिनमें जन्मजात हृदय दोष जैसे ASD, VSD (हृदय में छेद) से पीड़ित मरीज शामिल थे। इनमें से 136 मरीजों को तत्काल सर्जरी हेतु चयनित किया गया, जिनका नि:शुल्क ऑपरेशन सत्य साईं हार्ट हॉस्पिटल, अहमदाबाद अथवा राजकोट में किया जाएगा।
परीक्षण कर दी सर्जरी की तारिख
देश के प्रतिष्ठित चिकित्सकीय संस्थानों से आए हुए 12 हृदय रोग विशेषज्ञ ने मरीजों की सूक्ष्म जांच की। इसके लिए शिविर स्थल पर 6 आधुनिक इको मशीनें लगाई गईं, ताकि हर मरीज का उचित परीक्षण हो सके। शिविर की खास बात यह रही कि जिन मरीजों को सर्जरी की आवश्यकता थी, उन्हें वहीं पर तत्काल ऑपरेशन की तारीख और समय दे दिया गया।
शिविर में 1 वर्ष से लेकर 65 वर्ष तक के मरीजों ने लाभ लिया। 1 से 18 वर्ष के मरीजों की सर्जरी अहमदाबाद में, तथा 19 से 65 वर्ष के मरीजों की सर्जरी राजकोट अस्पताल में की जाएगी। यह सुनियोजित व्यवस्था शिविर की दक्षता और गंभीरता को दर्शाती है।
सत्य साईं सेवा संगठन के पदाधिकारी रहे मोजूद
सत्य सांईं सेवा संगठन के प्रांत अध्यक्ष अमित दुबे, ट्रस्ट संयोजक जंबु भंडारी, सदस्य त्रिभुवन सचदेव अतुल कुलकर्णी, ट्रस्टी मनोज भिमानी एवं हरीश पटेल, और राज्य शासन की ओर से मुख्य चिकित्सा अधिकारी माधव हसानी एवं संयुक्त संचालक पूर्णिमा गडरिया अपने अधिकारियों के साथ शामिल थे। शिविर का विशेष अवलोकन हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल एवं गर्वनिंग बोर्ड के सदस्य वी.के. कोकजे, गर्वनिंग बोर्ड के अध्यक्ष रमेश बाहेती, तथा पूर्व प्रांत अध्यक्ष एस.के. सचदेव ने किया। यह निःशुल्क शिविर केवल एक चिकित्सा पहल नहीं, बल्कि एक मानवता का उत्सव था जहाँ हर धड़कन मायने रखती है, और हर जीवन को एक नया मौका मिला। उक्त जानकारी संगठन के जिला अध्यक्ष कपिल देव भला ने दी।