बदलते मौसम में सर्दी-जुकाम होना एक आम बात है, लेकिन अगर यह समस्या बार-बार होने लगे या लंबे समय तक बनी रहे, तो इसे नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए। अक्सर हम इसे सामान्य संक्रमण मानकर घरेलू उपायों से ठीक करने की कोशिश करते हैं, लेकिन बार-बार होने वाला सर्दी-जुकाम शरीर में किसी आवश्यक पोषक तत्व की कमी का भी संकेत हो सकता है। खासकर जिंक की कमी, जिससे इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है और वायरस से लड़ने की ताकत घट जाती है।
कैसे होता है सर्दी-जुकाम
सर्दी-जुकाम मुख्य रूप से वायरस संक्रमण के कारण होता है, जिसमें राइनोवायरस, कोरोनावायरस और अन्य श्वसन वायरस प्रमुख हैं। ये वायरस नाक, गले और सांस लेने की प्रक्रिया को प्रभावित करते हैं, जिससे नाक बहना, गले में खराश, छींकें आना और खांसी जैसी समस्याएं शुरू हो जाती हैं। आमतौर पर यह संक्रमण 7 से 10 दिनों में अपने आप ठीक हो जाता है। लेकिन जब यह स्थिति लगातार बनी रहे या दोबारा-दोबारा होने लगे, तो यह कमजोर प्रतिरक्षा तंत्र (इम्यूनिटी) का संकेत है।
जिंक
जिंक शरीर में मौजूद उन आवश्यक खनिजों में से एक है जो हमारे इम्यून सिस्टम को मज़बूती देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह न केवल बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने वाले टी सेल्स के निर्माण में मदद करता है, बल्कि सूजन को भी नियंत्रित करता है। यदि शरीर में जिंक की मात्रा कम हो जाए, तो संक्रमण जल्दी ठीक नहीं होते और सामान्य सर्दी-जुकाम भी लंबे समय तक बना रहता है।
कैसे पहचानें कि आपके शरीर में जिंक की कमी है?
जिंक की कमी को पहचानना कठिन नहीं है, यदि शरीर लगातार इन लक्षणों को दिखा रहा हो:
- बार-बार सर्दी-जुकाम या अन्य संक्रमण होना
- घावों का धीरे-धीरे भरना
- बालों का झड़ना और त्वचा संबंधी समस्याएं
- स्वाद और गंध की पहचान में कमी
- लगातार थकान और शरीर में कमजोरी महसूस होना
जिंक की कमी से कैसे बचें? अपनाएं ये प्रभावी उपाय
अगर आपको बार-बार सर्दी-जुकाम हो रहा है, तो अपनी जीवनशैली में बदलाव कर और पोषक आहार अपनाकर इस समस्या से बचा जा सकता है:
आहार में शामिल करें जिंक युक्त खाद्य पदार्थ
अपने खाने में कद्दू के बीज, काजू, बादाम, अंडा, मांस, मछली, दूध और दालों को शामिल करें। ये सभी जिंक के अच्छे स्रोत हैं जो शरीर को अंदर से मजबूत बनाते हैं।
विटामिन्स से भरपूर भोजन
विटामिन C युक्त फल जैसे संतरा, आंवला, नींबू और विटामिन D के लिए सुबह की धूप शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करती है।
पर्याप्त नींद और तनाव मुक्त दिनचर्या
6 से 8 घंटे की गहरी नींद और योग या मेडिटेशन के ज़रिए तनाव को नियंत्रित करना बहुत जरूरी है, क्योंकि नींद और मानसिक संतुलन सीधे इम्यूनिटी को प्रभावित करते हैं।
डॉक्टर की सलाह लें
अगर सर्दी-जुकाम लंबे समय तक बना रहे या बार-बार हो रहा हो, तो बिना देर किए चिकित्सकीय परामर्श लें। डॉक्टर की सलाह से जिंक सप्लीमेंट या अन्य दवाओं का सेवन किया जा सकता है।
कब डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है?
अगर निम्नलिखित लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें:
- सर्दी-जुकाम 10 दिनों से अधिक समय तक बना रहे
- तेज बुखार, सांस लेने में तकलीफ या सीने में दर्द
- बार-बार वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण
- अत्यधिक कमजोरी और थकावट