इंदौर से अंतरराष्ट्रीय मंच तक, दिशा लुल्ला ने मिस्थेल के साथ दिलाया प्रदेश को गर्व

इंदौर की युवा उद्यमी दिशा लुल्ला, लग्ज़री लिंजरी और स्विमवियर ब्रांड मिस्थेल (MYSTHELLE) की संस्थापक, ने पूरे मध्यप्रदेश को गर्व का मौका दिया है। उन्होंने TiE Women Global Pitch Competition 2025 के इंदौर चैप्टर में विजयी होकर अब जयपुर में होने वाले राष्ट्रीय ग्रैंड फ़िनाले में प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने का गौरव हासिल किया है।

महिला उद्यमियों का अंतरराष्ट्रीय मंच

यह प्रतिष्ठित प्रतियोगिता महिला स्टार्टअप फाउंडर्स को दुनिया भर के निवेशकों और उद्योग विशेषज्ञों से जोड़ने का सुनहरा अवसर देती है। राष्ट्रीय स्तर पर विजेता को 50,000 अमेरिकी डॉलर तक का पुरस्कार और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के साथ काम करने का मौका मिलेगा। यह न केवल वित्तीय सहयोग है, बल्कि वैश्विक बाज़ार में पहचान बनाने का मार्ग भी है।

कड़ी परीक्षा में साबित की अपनी प्रतिभा

इंदौर राउंड में प्रदेशभर की महिला उद्यमियों ने अपनी-अपनी स्टार्टअप कहानियां पेश कीं। प्रतियोगिता में बिज़नेस मॉडल प्रेज़ेंटेशन, मार्केट एनालिसिस और निर्णायकों के सवाल-जवाब जैसे कई चुनौतीपूर्ण चरण शामिल थे। दिशा लुल्ला ने अपनी नवोन्मेषी सोच, स्पष्ट दृष्टिकोण और मज़बूत रणनीति से निर्णायकों को प्रभावित कर जीत अपने नाम की।

आयोजकों की भूमिका और उत्साह

इस मौके पर TiE इंदौर चैप्टर के अध्यक्ष सिद्धार्थ चौधरी, सचिव अंकित गुप्ता और कार्यक्रम संयोजक नूपुर अग्रवाल सहित पूरी टीम मौजूद रही। उन्होंने कहा कि यह प्रतियोगिता महिला स्टार्टअप्स को उनके विचारों को अंतरराष्ट्रीय स्तर तक ले जाने और बड़े निवेश आकर्षित करने का बेहतरीन प्लेटफ़ॉर्म है।

मिस्थेल – आत्मविश्वास और स्टाइल की नई पहचान

दिशा लुल्ला का ब्रांड मिस्थेल आधुनिक भारतीय महिला के आत्मविश्वास, स्टाइल और प्रीमियम क्वालिटी को दर्शाने वाला लग्ज़री लिंजरी और स्विमवियर लेबल है। दिशा का मानना है – “मिस्थेल सिर्फ़ एक ब्रांड नहीं, बल्कि भारतीय महिलाओं के लिए आत्मविश्वास और गुणवत्ता का प्रतीक है। TiE Women जैसे मंच पर अपने राज्य का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए गर्व की बात है।”

युवाओं के लिए प्रेरणा

दिशा लुल्ला की यह उपलब्धि न केवल इंदौर बल्कि पूरे मध्यप्रदेश के लिए प्रेरणादायक है। उनकी सफलता यह साबित करती है कि अगर सपनों को पूरा करने का जुनून और मेहनत हो तो कोई भी मंच बहुत बड़ा नहीं होता। यह कहानी प्रदेश की सभी युवा महिलाओं के लिए उम्मीद और हौसले की मिसाल है।