Ganesh Chaturthi 2023: भाद्रपद माह की चतुर्थी तिथि से लेकर चतुर्दशी तिथि तक गणेश महोत्सव (Ganesh Mahotsav) चलता है जिसे गणेश चतुर्थी के नाम से जाना जाता है। हिंदू धर्म में गणेश भगवान (Lord Ganesha) को प्रथम पूजनीय का दर्जा प्राप्त है, अर्थात किसी भी शुभ या मांगलिक कार्य में सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है और इसके बाद ही काम शुरू किया जाता है। वहीं आपको बता दें कि भगवान श्री गणेश का अवतरण भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को हुआ था। वहीं इस बार ये तिथि का आगाज 19 सितंबर को होगा। ऐसे में 19 सितंबर से ही गणेश उत्सव प्रारंभ होगा जो आने वाले 10 दिनों तक पूरी श्रद्धा और सच्चे ह्रदय के साथ मनाया जाएगा और 11वें दिन अर्थात एकादशी तिथि के दिन बप्पा का विसर्जन कर दिया जाएगा।
कहते हैं ऐसा करने से व्यक्ति के जीवन की तमाम समस्याएं दूर होती हैं और होने वाला काम बिना किसी अमंगल के पूरा होता है और साथ ही गणेश भगवान की पूजा से व्यक्ति को किसी भी तरह के रोग, आर्थिक समस्या, नौकरी, मकान, व्यवसाय, संतान से संबंधित समस्याओं का हल भी मिल जाता है। मान्यता है कि विधि- विधान से बप्पा की पूजा करने से घर में रिद्धि-सिद्धि और सुख- समृद्धि आती है। कहा जाता है कि गणेश चतुर्थी पर कुंडली में मंगल दोष से छुटकारा प्राप्त करने के लिए विशेष उपाय करने चाहिए। अगर किसी जातक की कुंडली में मंगल दोष या मांगलिक दोष मौजूद होता है तो जातक के शादी-विवाह में अड़चनें आती हैं। इसके साथ कर्ज का बोझ और जमीन संबंधित मुसीबतों का सामना भी जातक को करना पड़ता है।
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करें इन मंत्रों का जाप:
अगर किसी जातक की कुंडली में मंगल दोष है तो उसे गणेश चतुर्थी पर ॐ भौमाय नम: और ॐ अं अंगारकाय नम: मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे मंगल ग्रह शांत होगा और इस दोष से मुक्ति प्राप्त होगी।
हनुमान मंदिर में बाटें बूंदी का प्रसाद:
मंगल दोष से मुक्ति प्राप्त करने के लिए जातकों को हनुमान मंदिर में बूंदी का प्रसाद बांटना चाहिए। इसके साथ मंगल दोष से मुक्ति प्राप्त करने के लिए लोग हर एक मंगलवार को व्रत रखते हैं।
गणेश स्तोत्र का करें पाठ:
गणेश चतुर्थी पर गणेश स्तोत्र का पाठ करें और विधिवत तरीके से श्री गणेश की पूजा करें।
गणेश जी के साथ हनुमान जी की करें पूजा:
अगर किसी जातक की कुंडली में मंगल दोष है तो उसे गणेश चतुर्थी पर श्री गणेश और भगवान हनुमान की पूजा और ध्यान करना चाहिए।
हनुमान मंदिर में चढ़ाएं लाल सिंदूर:
गणेश चतुर्थी पर हनुमान मंदिर में लाल सिंदूर चढ़ाएं। इसके साथ जरूरतमंद लोगों को लाल वस्त्र या लाल मसूर की दाल का दान करें।