स्वतंत्र समय, नई दिल्ली
देशभर में कुछ राज्यों को छोड़कर मानसून लगभग पूरी तरह एक्टिव हो चुका है। उत्तराखंड में भारी बारिश से शनिवार को गंगा ( Ganga ) नदी का जलस्तर अचानक से बढऩे से 8 कारें बह गईं। उधर, दिल्ली में 24 घंटों में 9 इंच बारिश हुई, जो जून 1936 में एक दिन में 9.27 इंच बारिश के बाद दूसरी सबसे ज्यादा बारिश है। इससे न केवल जून बल्कि मार्च से अब तक, यानी 4 महीने का कोटा पूरा हो गया।
Ganga के साथ दिल्ली में भी बारिश का कहर
दिल्ली में बारिश के कारण अलग-अलग घटनाओं में अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है। कल 5 लोगों की जान गई थी। शुक्रवार रात एक अंडर कंस्ट्रक्शन बिल्डिंग के गड्ढे में 3 मजदूर गिर गए थे। बारिश के कारण गड्ढे में पानी भरा था। शनिवार सुबह तीनों मजदूरों के शव निकाले गए। आईएमडी ने शनिवार को 27 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इनमें हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, गोवा, महाराष्ट्र, पंजाब, दिल्ली, छत्तीसगढ़, बिहार, गुजरात, केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कर्नाटक शामिल हैं।
हमारा वेदर फोरकास्ट मॉडल फेल हुआ
दिल्ली में गुरुवार-शुक्रवार रिकॉर्ड तोड़ बारिश के कारण सडक़ों पर 4-5 फीट तक पानी भर गया। इसके बाद आईएमडी ने कहा कि हमारा वेदर मॉडल दिल्ली की बारिश के बारे में पूवार्नुमान लगाने में विफल हो गया। 26 जून को आईएमडी ने 29 और 30 जून को दिल्ली में बहुत भारी बारिश की भी संभावना जताई थी, लेकिन शुक्रवार (28 जून) सुबह की मूसलाधार बारिश की किसी को उम्मीद नहीं थी। 28 जून के लिए सिर्फ हल्की से मध्यम बारिश और आंधी-तूफान के साथ तेज हवाओं की भविष्यवाणी की थी। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि पश्चिम बंगाल, बिहार और वढ तक मानसून की पूर्वी शाखा के कारण अधिक वर्षा नहीं हो रही थी। मानसून धीरे-धीरे बढ़ रहा था, लेकिन मध्य प्रदेश की ओर से अचानक एक धारा आ गई। किसी को इतनी अधिक नमी की उम्मीद नहीं थी। मॉडल इसे पकड़ नहीं पाया।