PM आवास योजना में रिश्वतखोरी का वीडियो वायरल, जनपद CEO ने आवास मित्र श्यामलाल सोरी को किया बर्खास्त

प्रधानमंत्री आवास योजना में भ्रष्टाचार के खिलाफ गरियाबंद जिला प्रशासन ने एक बड़ी कार्रवाई की है। जिले के मैनपुर जनपद पंचायत में एक आवास मित्र का हितग्राहियों से रिश्वत मांगते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। मामले का संज्ञान लेते हुए जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (CEO) ने आरोपी आवास मित्र को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया है।

यह मामला मैनपुर जनपद पंचायत के अंतर्गत ग्राम पंचायत बोथिडीह का है। यहां कार्यरत आवास मित्र श्यामलाल सोरी पर लंबे समय से प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत किश्त जारी करने के नाम पर अवैध वसूली के आरोप लग रहे थे। हाल ही में एक वीडियो सामने आया, जिसमें वह कथित तौर पर हितग्राहियों से पैसे की मांग करते हुए दिखाई दे रहा था।

वीडियो वायरल होते ही एक्शन में आया प्रशासन

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर जैसे ही यह वीडियो वायरल हुआ, यह वरिष्ठ अधिकारियों की नजर में आ गया। मैनपुर जनपद पंचायत के CEO नारद कुमार साहू ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत जांच के आदेश दिए। जांच में वीडियो में लगाए गए आरोप सही पाए गए, जिसके बाद उन्होंने श्यामलाल सोरी को पद से हटाने का आदेश जारी कर दिया।

प्रशासन के इस त्वरित एक्शन से सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता और ईमानदारी बरतने का एक कड़ा संदेश गया है। अधिकारियों का कहना है कि गरीबों के हक पर डाका डालने वाले किसी भी कर्मचारी या अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा।

पहले भी थीं शिकायतें, वीडियो बना ठोस सबूत

सूत्रों के अनुसार, आवास मित्र श्यामलाल सोरी के खिलाफ पहले भी कई हितग्राहियों ने मौखिक रूप से शिकायत की थी। वे अक्सर किश्त की राशि जारी करने या प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए पैसे की मांग करता था। हालांकि, कोई ठोस सबूत न होने के कारण उस पर कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हो पा रही थी।

लेकिन इस बार, एक हितग्राही द्वारा बनाए गए वीडियो ने उसके खिलाफ पुख्ता सबूत पेश कर दिया। इस वीडियो ने प्रशासन को कार्रवाई करने का एक ठोस आधार प्रदान किया, जिसके बाद उसे बर्खास्त करने का निर्णय लिया गया। इस घटना के बाद क्षेत्र के अन्य हितग्राहियों ने भी राहत की सांस ली है।

क्या है आवास मित्र की भूमिका?

प्रधानमंत्री आवास योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर ‘आवास मित्र’ की नियुक्ति की जाती है। इनका मुख्य कार्य हितग्राहियों को योजना के बारे में जानकारी देना, आवेदन प्रक्रिया में मदद करना, मकान निर्माण की निगरानी करना और समय पर किश्त जारी करवाने में सहायता करना होता है। लेकिन श्यामलाल सोरी जैसे कुछ लोग अपने पद का दुरुपयोग कर योजना को बदनाम कर रहे हैं।