गौड़ और पटेल नहीं पहुंचे मंत्री विजयवर्गीय के घर

मामला सामूहिक एकता भोज का

इंदौर। प्रदेश भाजपा ने तय किया था की हर विधायक के घर पर महीने में एक बार सामूहिक भोज होगा। इंदौर में आज पहली बार मंत्री विजयवर्गीय के घर पर विधायकों का भोजन रखा था, लेकिन विधायक मालिनी गौड़ और मनोज पटेल नहीं पहुंचे।

आज इंदौर में पहली बार विधायक और मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के घर सांसद , विधायक का भोजन रखा गया था। जिसके लिए मंत्री विजयवर्गीय ने सांसद शंकर लालवानी , भाजपा नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा , रमेश मेंदोला , गोलू शुक्ला , मालिनी गौड़ , महेंद्र हार्डिया , राघवेंद्र गौतम, श्रवण चावड़ा, मधु वर्मा , मनोज पटेल, तुलसी राम सिलावट, और मेयर पुष्य मित्र भार्गव को भोजन के लिए बाकायदा फ़ोन करके बुलाया था। यह सामूहिक एकता भोज पार्टी के उद्देश्यों पर खरा नहीं उतरा मालिनी गौड़ और मनोज पटेल को छोडकर बाकि सारे नेता विजयवर्गीय के घर पहुंच गए थे। उनके यहां पूर्व विधायक आकाश विजयवर्गीय और उनकी माताजी आशा विजयवर्गीय ने सभी नेताओ को भोजन करवाया। हंसी मजाक का दौर चला सब ने एक दूसरे के हाल चाल जाने मालवी भोजन किया, मंत्री विजयवर्गीय की गौड़ और पटेल से पुरानी राजनीतिक लड़ाई चल रही है। लक्ष्मण सिंह गौड़ के समय से कैलाश विजयवर्गीय के संबंध ख़राब चल रहे है। मनोज पटेल से भी विजयवर्गीय की लड़ाई लगातार जारी है। पिछले दिनों एक कार्यक्रम के दौरान विजयवर्गीय और पटेल के बीच कहासुनी भी हो गयी थी। गौड़ और पटेल दोनों राजनीतिक लड़ाई के चलते ही विजयवर्गीय के घर नहीं पहुंचे। हालांकि विजयवर्गीय ने दोनों को खुद फ़ोन करके बुलाया था। मालिनी गौड़ ने तो भोजन पार्टी में नहीं जाने का कारण अपना स्वास्थ ख़राब होना बताया और पटेल किसी पारिवारिक काम में व्यस्त थे। अगले महीने मंत्री तुलसी सिलावट के घर सामूहिक भोज होगा, उसके बाद मेयर पुष्य मित्र भार्गव के घर भोजन का आयोजन रखा है।

दरसल, विधायक के घर उषा ठाकुर को भी नहीं बुलाया गया। सूत्रों के मुताबिक, इसलिए नहीं बुलाया गया क्यूंकि वो ग्रामीण क्षेत्र की विधायक है और ये नगर भाजपा का कार्यक्रम था।

राजनीतिक सूत्रों का कहना है की भाजपा की सामूहिक एकता भोज पार्टी, पटेल और गोड़ के नहीं जाने से गड़बड़ा गयी है। हो सकता है की जब गौड़ और पटेल के घर एकता भोज हो तो मंत्री विजयवर्गीय भी उनके यहां नहीं जाए।