Gautam Gambhir: भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर 20 जून से शुरू होने वाली पांच टेस्ट मैचों की विश्व टेस्ट चैंपियनशिप सीरीज से पहले इंग्लैंड रवाना हो गए हैं। 42 वर्षीय गंभीर को हाल ही में एक पारिवारिक आपातकाल के कारण नई दिल्ली लौटना पड़ा था, जब उनकी मां सीमा गंभीर को 11 जून को दिल का दौरा पड़ा था। 16 जून तक उनकी मां आईसीयू में थीं, लेकिन डॉक्टरों ने अब उनकी स्थिति को स्थिर और खतरे से बाहर बताया है। इसके बाद गंभीर ने मंगलवार (17 जून) को इंग्लैंड वापसी का फैसला किया ताकि वह हेडिंग्ले में होने वाले पहले टेस्ट की तैयारियों में भारतीय टीम के साथ शामिल हो सकें।
कबज की एक रिपोर्ट के अनुसार, Gautam Gambhir मंगलवार को लंदन के लिए रवाना हुए। भारतीय टीम वर्तमान में लीड्स में पहले टेस्ट की तैयारियों में जुटी है। यह सीरीज भारतीय टेस्ट क्रिकेट के लिए एक नए युग की शुरुआत है, क्योंकि शुभमन गिल पहली बार टेस्ट कप्तान के रूप में टीम का नेतृत्व करेंगे। रोहित शर्मा, विराट कोहली और रविचंद्रन अश्विन जैसे दिग्गजों के संन्यास और तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की चोट के कारण अनुपस्थिति ने टीम में एक पीढ़ीगत बदलाव को जन्म दिया है। ऐसे में, गंभीर की ड्रेसिंग रूम में मौजूदगी और उनका अनुभव टीम के लिए अमूल्य साबित होगा।
Gautam Gambhir की अभ्यास मैच में अनुपस्थिति
गंभीर पारिवारिक आपातकाल के कारण बेकेनहम में खेले गए भारत के एकमात्र अभ्यास मैच, एक तीन दिवसीय इंट्रा-स्क्वॉड मुकाबले, में शामिल नहीं हो सके। इस मैच की देखरेख सहायक कोच रयान टेन डोशटे, बल्लेबाजी कोच सितांशु कोटक और गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल ने की थी। हालांकि, पहले टेस्ट से पहले गंभीर की वापसी से टीम को रणनीतिक दिशा और मनोबल में मजबूती मिलेगी। पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज गंभीर टेस्ट प्रारूप में इस बदलाव के दौर में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
एंडरसन-टेंडुलकर ट्रॉफी की शुरुआत
यह सीरीज नई शुरू की गई एंडरसन-टेंडुलकर ट्रॉफी के तहत खेली जाएगी, जिसमें पहला टेस्ट हेडिंग्ले में होगा, इसके बाद एजबेस्टन, लॉर्ड्स, ओल्ड ट्रैफर्ड और द ओवल में मुकाबले खेले जाएंगे। भारत का लक्ष्य इंग्लैंड में 18 साल के लंबे इंतजार को खत्म कर टेस्ट सीरीज जीतना है। आखिरी बार 2007 में राहुल द्रविड़ की कप्तानी में भारत ने इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीती थी। पिछली बार 2021 में विराट कोहली की अगुवाई में भारत ने चार मैचों के बाद 2-1 की बढ़त बना ली थी, लेकिन कोविड-19 के प्रकोप के कारण वह दौरा अधूरा रह गया था।