स्वतंत्र समय, इंदौर
प्रदेश के हर शहर में गीता भवन ( Geeta Bhawan ) बनाया जाएगा। इनका निर्माण नगरीय निकायों के जिम्मे होगा, राशि प्रदेश सरकार देगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को इंदौर में ये घोषणा की। उन्होंने कहा कि बरसाना की तर्ज पर आदर्श गांव भी बनाए जाएंगे। यहां गौ-पालन, दूध उत्पादन और जैविक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा।
Geeta Bhawan में व्याख्यान माला में शामिल हुए मुख्यमंत्री
इंदौर के गीता भवन ( Geeta Bhawan ) में मुख्यमंत्री यादव व्याख्यान माला में शामिल हुए। कार्यक्रम की थीम मां अहिल्या की कामना- हर घर कन्हैया, हर मां यशोदा थी। इस दौरान सीएम ने भगवान कृष्ण की पूजा-आरती कर उन्हें बांसुरी भेंट की। सीएम ने भजन भी गाया। डॉ. यादव ने व्याख्यान माला में कहा- भगवान कृष्ण से हमें तीन पाठ सीखने चाहिए। उन्होंने कहा-दोस्ती का सबसे बड़ा उदाहरण भगवान कृष्ण और सुदामा का ही है। भगवान कृष्ण कहते हैं कि कभी भी अपने मित्रों को मत भूलो। मित्र का सम्मान बनाए रखने के लिए मदद भी पीठ पीछे से करो। उन्होंने कहा-श्रीकृष्ण कठिनाइयों के बीच भी हंसते-मुस्कराते रहे। किसी से भी टकराने में डरे नहीं। मर्यादा को भी संभालकर रखा। कंस को मारने के बाद कुर्सी पर नहीं बैठे। कृष्ण कालिया नाग को मारकर गलत व्यवस्था से लडऩे का संदेश देते हैं। ये प्रसंग हमें बताता है कि हमारा दुश्मन कितना ही शक्तिशाली हो, उससे लडऩे की हिम्मत रखनी चाहिए। कंस को निडरता से मारने की क्षमता भी इसी से आती है।
गांधी ने किया गीता का अनुसरण, पीएम भी करते हैं
सीएम डॉ. यादव ने कहा- कृष्ण ने जो शिक्षा ग्रहण की, वो गीता के 18वें अध्याय में कर्म के रूप में दी गई है। गीता आदर्श के रूप में हम सबके बीच जानी जाती है। महात्मा गांधी ने उसी का अनुसरण किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी विदेशी मेहमानों को गीता भेंट करके हमारी संस्कृति से परिचित कराते हैं।
कृष्ण ने कर्म प्रधान और पुरुषार्थ जीवन जीया
व्याख्यान माला में सीएम यादव ने कहा- भगवान बुद्ध ने कहा था कि मृत्यु का कारण जन्म है। पृथ्वी पर जिस भी जीव का जन्म हुआ है, उसकी मृत्यु तय है। देवताओं ने भी मनुष्य योनि को अपनाया। पुण्य के संचय के लिए जन्म आवश्यक है। भगवान कृष्ण ने कर्म प्रधान और पुरुषार्थ जीवन जीया। इंदौर में हर घर कृष्ण, हर घर यशोदा की पहल अनूठी है।