इंदौर में गीता जयंती पर 4500 से अधिक छात्रों ने किया सामूहिक गीता पाठ, बास्केटबॉल कॉम्प्लेक्स में गूंजे प्रेरणागीत

Indore News : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पहल पर 1 दिसंबर को प्रदेश भर में गीता जयंती महोत्सव का आयोजन किया गया। इसी कड़ी में इंदौर के बास्केटबॉल कॉम्प्लेक्स में गीता एकादशी के अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम हुआ, जिसमें 4500 से अधिक स्कूली बच्चों और गीता प्रेमियों ने एक साथ गीता स्वाध्याय किया और प्रेरणागीत गाए।

इस कार्यक्रम में महापौर पुष्यमित्र भार्गव, अंतर्राष्ट्रीय रामस्नेही सम्प्रदाय के स्वामी जगतगुरू रामदयाल महाराज, बाबा साहब डॉ. प्रदीप तराणेकर सहित कई गणमान्य अतिथि और संतगण शामिल हुए। कार्यक्रम की शुरुआत में अतिथियों ने योगेश्वर श्रीकृष्ण के उपदेशों पर आधारित पुस्तक ‘पुरुषोत्तम योग श्रीमद्भगवद् गीता’ का विमोचन किया।

गीता अनंत समस्याओं का समाधान: स्वामी रामदयाल महाराज

अपने संबोधन में स्वामी जगतगुरू रामदयाल महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री की पहल पर आज प्रदेश में दिवाली जैसा उत्सव मनाया जा रहा है। उन्होंने गीता को गुरु और शिष्य का संवाद बताते हुए इसे अनंत समस्याओं का समाधान बताया।

“गीता एक ऐसी मास्टर चाबी है, जिससे ताला रूपी सभी समस्याओं का समाधान मिल जाता है। यह हमें अज्ञान और पाप से मुक्ति दिलाती है और भगवान से मित्रता का पाठ पढ़ाती है।” — स्वामी जगतगुरू रामदयाल महाराज

उन्होंने विद्यार्थियों को समय का मूल्य पहचानने की सीख दी और कहा कि भारत एक दिन विश्वगुरु अवश्य बनेगा।

ज्ञान और विज्ञान का संगम है गीता

बाबा साहब डॉ. प्रदीप तराणेकर ने गीता के पुरुषोत्तम योग की व्याख्या करते हुए इसे ब्रह्मविद्या, योग विद्या और वेद विद्या का समुच्चय बताया। उन्होंने कहा कि गीता निराशा से आशा की ओर और अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाती है।

उन्होंने आगे कहा, “जो ऊर्जा सूर्य में है और जो शीतलता चन्द्रमा में है, वही ऊर्जा गीता में भी है। मानव जीवन की सबसे बड़ी औषधि गीता है।”

संतों ने बताए गीता के महत्व

कार्यक्रम में मौजूद अन्य संतों ने भी गीता की महिमा का गुणगान किया। स्वामी सुश्री परमानंदा जी ने गीता को ‘विश्व वंदनीय’ और ‘सबकी माता’ बताया। वहीं, स्वामी श्री ऐश्वर्यानंदजी ने इसे श्रीकृष्ण की अमृत वाणी बताते हुए सभी को इसका पान करने के लिए प्रेरित किया। विश्व गीता प्रतिष्ठान, उज्जैन के श्री मुरलीदास महंत ने प्रतिष्ठान के कार्यों की जानकारी दी।

कार्यक्रम का संचालन सुनयना शर्मा ने किया और इसका समापन गीता जी की आरती के साथ हुआ। इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त दिलीप कुमार यादव, जिला शिक्षा अधिकारी शांतास्वामी भार्गव और विभिन्न विद्यालयों के प्राचार्य व शिक्षक उपस्थित थे।