आसमान छू रही सोने की कीमतें अब पथ्वी में बचा सिर्फ 70 हजार टन सोना, वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल का दावा

अर्न्तराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में लगातार उछाल आ रहा है। इसी दौर में एक ऐसा दावा सामने आया है जिसने जहां एक ओर सोने की खनन की हकीकत खोल दी है। इसके साथ ही इस बात की ओर भी गौर करने की कोशीश की जाना चाहिए की सोने को निवेश बाजार से बाहर निकालना चाहिए क्योकि यदि इसी तरह सोने की कीमतें बढ़ती रही तो सोने का खनन करने की होड़ मचेगी। यदि पृथ्वी से पूरी तरह से सोने का खनन कर लिया जाएंगा तो पृथ्वी से का बैलेस बिगड़ने की संभावनाओं से भी इंकार नहीं किया जा सकता।

सोना खत्म होने का क्या पड़ेगा प्रकृति पर फर्क
ऐसा वैज्ञानिकों कहन है कि अरबों वर्षो पहले उल्का पिंडो की बरसात के कारण पृथ्वी पर सोना आया था। जो पृथ्वी की अंदूरूनी सतहों पर जाकर जमा हो गया। जिसे पूरी तरह से निकलना तो फिलहाल संभव नहीं होगा लेकिन यदि पृथ्वी से सोना धातू पूरी तरह से नष्ट हो जाएगी तो मृदा और पर्यावरण पर क्या फर्क पड़ेगा इसकी खोज अब तक शायद वैज्ञानिकों ने नहीं की है क्योकि अब तक कोई ऐसी रिपोर्ट किसी भी पर्यावरण एंजेसी ने सार्वजनिक नही की है। लेकिन अब इसकों लेकर पूरे विश्व के देशों को ध्यान देना चाहिए की अत्यधिक खनन से पर्यावरण पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

2 लाख 16 हजारा 265 टन सोने का खनन
सोना धन और सौंदर्य का प्रतीक रहा है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के अनुसार 2024 तक लगभग 216265 टन सोने का खनन किया जा चुका है जिसमें से अधिकतर 1950 के बाद निकाला गया है। निकाले गए सोने का 45% ज्वैलरी के रूप में है। यूएसजीएस का अनुमान है कि अभी भी लगभग 70550 टन सोना जमीन के नीचे बचा दबा होने का अनुमान है।

इंसान को आकृषित करता है सोना
सोने के खनन का इतिहास प्राचीन सभ्यताओं से भी जुड़ा है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के अनुमानों के अनुसार साल 2024 के अंत तक पूरे इतिहास में अब तक लगभग 216,265 टन सोने का खनन किया जा चुका है। खास बात ये है कि इस 216,265 टन में से लगभग दो-तिहाई सोना साल 1950 के बाद से निकाला गया है। सोने की माइनिंग में यह भारी बढ़ोतरी खनन तकनीक में प्रगति और नए गोल्ड रिजर्व की खोज के कारण हुई है।

किस फॉर्म में है निकाला गया गोल्ड
ज्वैलरी – 97,149 टन (कुल निकाले गए सोने का 45%)

बार और सिक्के (गोल्ड वाले ईटीएफ समेत) – 48,634 टन (22%)

केंद्रीय बैंकों के पास – 37,755 टन (17%)

अन्य – 32,727 टन (15%)

अब कितना सोना बचा जमीन के नीचे
इंसानों ने जमीन के नीचे से बहुत सारा सोना निकाल लिया है, फिर भी यूएसजीएस अनुमान है कि अभी भी लगभग 70,550 टन सोना बचा है जिसकी माइनिंग की जा सकती है। वहीं वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के अनुसार 60,370 टन सोने का रिजर्व बचा है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल का अनुमान यूएसजीएस से थोड़ कम है।

145,626 टन और सोने की उम्मीद
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल का यह भी अनुमान है कि कुल गोल्ड रिसोर्सेज में 145,626 टन और हो सकता है। मगर इसकी संभावना कम है। इसलिए कुल मिलाकर, जब आप खनन किए गए सोने और ज्ञात भंडारों को जोड़ते हैं, तो उपलब्ध कुल सोना 277,000 और 299,000 टन (145,626 टन को हटाकर) के बीच हो सकता है।

99% गोल्ड कहां है छिपा
पृथ्वी के क्रस्ट में हजारों टन सोना मौजूद है। मगर वैज्ञानिकों के अनुसार ये पृथ्वी पर मौजूद सोने का एक छोटा सा हिस्सा है। वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि पृथ्वी का लगभग 99 प्रतिशत सोना पृथ्वी के केंद्र में गहराई में दबा हुआ है। वहां तक पहुंच को लगभग असंभव माना जाता है। अनुमान के अनुसार पृथ्वी के क्रस्ट में लगभग चार भाग प्रति अरब की अल्प मात्रा में सोना मौजूद है, जो कुल मिलाकर 441 मिलियन टन होता है। ये ज्यादातर चट्टानों और समुद्री जल में सूक्ष्म कणों के रूप में फैला हुआ है।

किस देश के पास सबसे अधिक रिजर्व?
बिना खनन वाले सोने के सबसे बड़े भंडार रूस, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका में पाए जाते हैं। इन देशों में विशाल अंडरग्राउंड गोल्ड रिजर्व हैं। लेकिन सोने के उत्पादन के मामले में चीन सबसे आगे है, जो हर साल किसी भी अन्य देश की तुलना में मार्केट में सबसे ज्यादा सोना पेश करता है।