Gold-Silver Rate: सोने की कीमतों में हाल ही में आई तेज गिरावट ने बाजार में हलचल मचा दी है। अप्रैल 2025 में जहां 10 ग्राम सोना ₹1 लाख के करीब था, अब उसकी कीमत घटकर लगभग ₹92,000 तक आ चुकी है। यानी कुछ ही हफ्तों में ₹8000 की गिरावट देखने को मिली है। यह गिरावट न केवल भारत में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी महसूस की जा रही है।
वैश्विक स्तर पर भी सोने की चमक फीकी
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने की कीमतों में भारी गिरावट दर्ज की गई है। अप्रैल में जहां सोना 3,500 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था, वह अब गिरकर करीब 3,140 डॉलर प्रति औंस रह गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि वैश्विक परिस्थितियाँ बिगड़ती हैं, तो यह और नीचे जा सकता है।
क्या सोना ₹60,000 तक गिर सकता है?
ऑल बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष योगेश सिंघल ने आशंका जताई है कि अगर 2013 जैसी आर्थिक स्थिति दोबारा बनती है, तो भारत में सोने की कीमत ₹55,000 से ₹60,000 प्रति 10 ग्राम तक लुढ़क सकती है। ऐसे में उन निवेशकों के लिए यह खतरे की घंटी है, जिन्होंने हाल में ऊंची कीमतों पर सोना खरीदा है।
अंतरराष्ट्रीय घटनाओं का असर दिखा सोने पर
हाल के दिनों में भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव में कमी और अमेरिका-चीन के रिश्तों में सुधार जैसी खबरों ने दुनिया भर के बाजारों में स्थिरता लाई है। इससे ‘सेफ इनवेस्टमेंट’ माने जाने वाले सोने की मांग में गिरावट आई है। इसके अलावा अमेरिकी डॉलर में मजबूती और बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी ने भी सोने की कीमत पर दबाव डाला है।
शेयर बाजार की मजबूती भी बनी बड़ी वजह
दुनियाभर के स्टॉक मार्केट में तेजी देखने को मिल रही है। निवेशक अब शेयर जैसे हाई रिटर्न वाले निवेश विकल्पों की ओर ध्यान दे रहे हैं। यही वजह है कि सोने में निवेश की प्रवृत्ति कम हुई है, जिससे कीमतों में गिरावट आई है।
सोना खरीदें या फिलहाल रुकें?
विशेषज्ञों की राय है कि यदि आप दीर्घकालिक निवेशक हैं, तो मौजूदा गिरावट को एक मौका समझा जा सकता है। लेकिन अल्पकालिक मुनाफा चाहने वालों के लिए अभी जोखिम बना हुआ है। बाजार में अभी और उतार-चढ़ाव की संभावना को नकारा नहीं जा सकता।