कैंसर से जूझ रही दुनिया के लिए अच्छी खबर! रूस ने बनाई वैक्सीन, 2025 तक मरीजों को मिलेगी मुफ्त, जानें कैसे करती है काम?

आज की दुनिया में कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी एक बड़ी चुनौती बन चुकी है, और हर साल लाखों लोग इस बीमारी के कारण अपनी जान गंवा रहे हैं। इसी बीच, रूस ने कैंसर के इलाज में क्रांतिकारी कदम उठाया है। रूस ने घोषणा की है कि उसने कैंसर के खिलाफ एक नई वैक्सीन विकसित की है, जिसे 2025 की शुरुआत में नागरिकों के लिए मुफ्त उपलब्ध कराया जाएगा।

कैंसर के खिलाफ रूस की नई mRNA वैक्सीन

रूस ने हाल ही में एक बड़ी घोषणा की कि उसने कैंसर के खिलाफ अपनी खुद की mRNA वैक्सीन बनाई है, जिसे 2025 की शुरुआत में लॉन्च किया जाएगा। यह वैक्सीन खास तौर पर उन रोगियों के लिए डिज़ाइन की गई है जो पहले से कैंसर से पीड़ित हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, रूस ने इसे नागरिकों के लिए फ्री में उपलब्ध कराने का फैसला लिया है।

रूसी स्वास्थ्य मंत्रालय के रेडियोलॉजी मेडिकल रिसर्च सेंटर के प्रमुख एंड्री काप्रिन ने इस वैक्सीन के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि यह टीका, पश्चिमी देशों में विकसित कैंसर वैक्सीन्स के समान होगा, लेकिन यह प्रत्येक मरीज की व्यक्तिगत स्थिति के हिसाब से तैयार किया जाएगा।

2025 में होगा कैंसर वैक्सीन का लॉन्च

रूसी सरकार ने अपनी इस नई वैक्सीन के लॉन्च की योजना 2025 की शुरुआत में रखी है। सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि यह वैक्सीन कैंसर से पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए उपलब्ध होगी। एंड्री काप्रिन ने रूसी मीडिया से कहा कि यह वैक्सीन न केवल देश के नागरिकों के लिए, बल्कि पूरे रूस में कैंसर के मरीजों के लिए मुफ्त उपलब्ध होगी।

किस प्रकार के कैंसर के लिए होगी वैक्सीन?

हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि यह वैक्सीन किस प्रकार के कैंसर के लिए प्रभावी होगी, फिर भी यह बताया गया है कि वैक्सीन को व्यक्तिगत रोगियों के लिए तैयार किया जाएगा, जैसे कि पश्चिमी देशों में कैंसर के टीके विकसित किए जा रहे हैं। इसमें कैंसर कोशिकाओं की सतह पर मौजूद प्रोटीन का इस्तेमाल किया जाएगा, जिसे एंटीजन कहा जाता है। इस प्रोटीन को शरीर में पेश करके, इसे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली से एंटीबॉडी बनाने के लिए उत्तेजित किया जाएगा, जिससे कैंसर कोशिकाओं से लड़ा जा सके।

 2022 में रिकॉर्ड मामलों की रिपोर्ट

रूस में कैंसर के मामलों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। 2022 में रूस में कैंसर के 635,000 से अधिक मामले दर्ज किए गए थे, जो एक चिंताजनक स्थिति को दर्शाता है। कोलन, स्तन, और फेफड़े के कैंसर रूस में सबसे आम प्रकार के कैंसर हैं, और इन पर नियंत्रण पाने के लिए यह वैक्सीनेशन एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।

विकसित देशों में भी कैंसर वैक्सीनेशन पर काम हो रहा है

रूस की तरह अन्य देश भी कैंसर के खिलाफ व्यक्तिगत टीकों पर शोध कर रहे हैं। पारंपरिक टीके वायरस के खिलाफ सुरक्षा देने के लिए होते हैं, जबकि कैंसर के टीके हानिरहित प्रोटीन (एंटीजन) का इस्तेमाल करते हैं, जिससे शरीर को कैंसर कोशिकाओं से लड़ने के लिए तैयार किया जाता है। यह वैक्सीन नई दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है, जिससे भविष्य में कैंसर जैसी घातक बीमारी के इलाज में मदद मिल सकती है।

क्या होगा इस वैक्सीन का प्रभाव?

अभी यह देखना बाकी है कि यह वैक्सीन कितनी प्रभावी साबित होगी और क्या यह रूस के कैंसर रोगियों के लिए एक स्थायी समाधान बन सकेगी। हालांकि, इस कदम को लेकर काफी उम्मीदें हैं क्योंकि अगर यह वैक्सीन सफल हो जाती है, तो यह कैंसर के इलाज में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है, न केवल रूस में, बल्कि पूरे विश्व में।