केंद्रीय कर्मचारियों को जल्द केंद्र सरकार बड़ा तोहफा देने वाली है। आगामी चुनाव को देखते हुए मोदी सरकार फिटमेंट फैक्टर बढ़ाने पर भी विचार कर सकती है। केंद्रीय कर्मचारियों का इंतजार अब ख़त्म होने वाला है, उनके महंगाई भत्ते में वृद्धि होने वाली है, 4 प्रतिशत वृद्धि के साथ अब ये 38 प्रतिशत से 42 प्रतिशत हो जायेगा। वहीं इस बढ़ोतरी के बाद न्यूनतम बेसिक सैलरी 18000 से बढकर 26000 हो जाएगी।
दरअसल, अभी केंद्रीय कर्मचारियों को 7वें वेतनमान के तहत फिटमेंट फैक्टर 2.57 फीसदी फीसदी के आधार पर दी जाती है। लेकिन बीतें कुछ दिनों से लगातार केंद्रीय कर्मचारियों द्वारा वेतन में बढ़ोतरी की मांग की जा रही है। ऐसे में आगामी समय कई राज्यों में विधानसभा और आने वाले साल में लोकसभा चुनाव है, जिसको ध्यान में रखते हुए यह उम्मीद जताई जा रही है कि केंद्र सरकार बहुत जल्द सरकारी कर्मचारियों की सैलरी में बढ़ोतरी कर सकती है।
अगर मोदी सरकार फिटमेंट फैक्टर की दरों में संशोधन करती है तो कर्मचारियों की सैलरी में ढ़ाई गुना वृद्धि होगी यानि बेसिक सैलरी 18000 से बढ़कर सीधे 21000 या 26000 हो जाएगी। यदि किसी केंद्रीय कर्मचारी की बेसिक सैलरी 18,000 रुपए है, तो भत्तों को छोड़कर उसकी सैलरी 18,000 X 2.57= 46,260 रुपए का लाभ होगा। 3.68 होने पर सैलरी 95,680 रुपये (26000 X 3.68 = 95,680) हो जाएगी यानि सैलरी में 49,420 रुपए लाभ मिलेगा।3 गुना फिटमेंट फैक्टर होने पर सैलरी 21000 X 3 = 63,000 रुपये होगी। यदि कर्मचारियों के फिटमेंट फैक्टर में बढ़ोतरी की जाती है तो 15500 के मूल वेतन बढ़ कर 39835 रूपए हो सकते हैं। 15500*2.57 = 39,835 रुपए है।
बता दें, इस बढ़ोतरी के बाद फिटमेंट फैक्टर को 2.57 से बढ़ाकर 3.00 फीसदी या 3.68 फीसदी तक किया जा सकता है, जिसे 2026 तक लागू किया जाएगा। हालांकि इस पर अंतिम फैसला केंद्र सरकार इस साल के आखिरी तक ले सकती है। वहीं इससे पहले 2016 में फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाया था। जिसके बाद कर्मचारियों की न्यूनतम सैलरी 6000 रुपये से सीधे 18,000 रुपये हो गई थी। इस योजना का लाभ देश के लगभग 50 लाख सरकारी कर्मचारियों को मिलेगा।