EPFO खाता धारकों के लिए खुशखबरी! इतने साल की नौकरी पर सरकार हर महीने देगी 7500 रुपए

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के खाताधारकों के लिए सरकार की ओर से एक महत्वपूर्ण घोषणा की गई है। इस नई योजना के तहत, EPFO खाताधारकों को सरकार हर महीने 7500 रुपए की राशि प्रदान करेगी। यह घोषणा विशेष रूप से निजी क्षेत्र में नौकरी करने वालों के लिए एक बड़ा लाभ साबित हो सकती है, क्योंकि यह राशि एक निर्धारित अवधि तक काम करने के बाद ही उनके खाते में जमा होगी।

7500 रुपए पाने के लिए क्या शर्तें होंगी?

सरकार की इस योजना का लाभ उन्हीं कर्मचारियों को मिलेगा जिनका EPF अकाउंट कम से कम 23 वर्षों के लिए सक्रिय रहा है। यह राशि केवल उन्हीं कर्मचारियों के खाते में जमा की जाएगी जिनकी नौकरी की अवधि 23 साल से अधिक हो। भविष्य में, यह राशि कर्मचारियों के पेंशन अकाउंट में जमा की जाएगी और एटीएम के माध्यम से उन्हें यह राशि निकाली जा सकेगी।

EPFO क्या है?

EPFO (कर्मचारी भविष्य निधि संगठन) एक सरकारी संगठन है जो कर्मचारियों के भविष्य के लिए एक निश्चित राशि का प्रबंध करता है। इसमें कर्मचारियों और नियोक्ता द्वारा एक निर्धारित राशि का योगदान किया जाता है, जिसे कर्मचारी किसी भी समय अपने EPFO खाते से निकाल सकते हैं। EPFO का उद्देश्य कर्मचारियों के भविष्य को सुरक्षित रखना और उनकी पेंशन का प्रबंध करना है। EPFO की शुरुआत 1995 में हुई थी और यह विशेष रूप से अनऑर्गेनाइज्ड सेक्टर में काम करने वालों के लिए बनाई गई थी।

किसे मिलेगा पेंशन और कैसे?

EPFO में जमा की गई राशि को पेंशन के रूप में प्राप्त करने के लिए कुछ नियम हैं। यदि किसी कर्मचारी की नौकरी 10 साल से अधिक हो चुकी हो या उसकी उम्र 58 साल हो चुकी हो, तो वह पेंशन प्राप्त करने के लिए योग्य होगा। पेंशन की राशि कर्मचारी के खाते में जमा की जाएगी और उसे भविष्य में निकालने का अधिकार होगा। हालांकि, अब तक EPFO की राशि को कुछ विशिष्ट कारणों जैसे घर निर्माण या शादी के लिए ही निकाला जा सकता था। अब, इसमें बदलाव किए जा रहे हैं, और कर्मचारियों को अधिक लचीले तरीके से अपनी राशि निकालने की सुविधा दी जाएगी।

EPFO के नियमों में बदलाव

अब तक कर्मचारी केवल घर के निर्माण या शादी जैसे कारणों पर ही अपनी पूरी EPF राशि निकाल सकते थे। लेकिन अब EPFO के नियमों में बदलाव किया जा रहा है, जिससे कर्मचारी भविष्य निधि के तहत जमा धन को आसानी से और अधिक स्थितियों में निकाल सकेंगे। इस बदलाव से कर्मचारियों को अपनी पूरी राशि निकालने में और अधिक सुविधा होगी।