महाकाल भक्तों के लिए खुशखबरी, कल से चलेगी भोपाल-उज्जैन स्पेशल ट्रेन

श्रावण मास की शुरुआत के साथ ही रेलवे ने भोपाल और उज्जैन के श्रद्धालुओं और आम यात्रियों के लिए एक विशेष सुविधा शुरू की है। 10 जुलाई से रेलवे एक स्पेशल पैसेंजर ट्रेन चलाने जा रहा है, जो भोपाल और उज्जैन के बीच प्रतिदिन आवागमन करेगी।

यह ट्रेन खास तौर पर उन यात्रियों के लिए फायदेमंद साबित होगी जो सावन में उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए जाना चाहते हैं। इस नई ट्रेन सेवा से न केवल भोपाल और उज्जैन बल्कि सीहोर, शाजापुर, मक्सी, तराना जैसे मध्यवर्ती जिलों के यात्रियों को भी फायदा मिलेगा।

भोपाल से उज्जैन

भोपाल से उज्जैन के लिए चलने वाली यह ट्रेन (गाड़ी संख्या 09314) प्रतिदिन रात 2:15 बजे भोपाल रेलवे स्टेशन से रवाना होगी। इसके बाद यह ट्रेन संत हिरदाराम नगर (2:38 AM), सीहोर (3:10 AM), कालापीपल (3:40 AM), शुजालपुर (4:20 AM), अकोदिया (5:40 AM), कालीसिंध (5:10 AM), बेरछा (5:25 AM), मक्सी (5:55 AM), तराना रोड (6:20 AM) होते हुए सुबह 7:20 बजे उज्जैन पहुंचेगी। प्रत्येक स्टेशन पर ट्रेन लगभग 2 मिनट के लिए ठहरेगी, जिससे यात्रियों को चढ़ने-उतरने में सहूलियत रहे।

उज्जैन से भोपाल

उज्जैन से भोपाल के लिए वापसी की ट्रेन (गाड़ी संख्या 09313) 10 जुलाई से 31 अगस्त तक रोज रात 9:00 बजे रवाना होगी। ट्रेन तराना रोड (9:30 PM), मक्सी (9:45 PM), बेरछा (10:02 PM), कालीसिंध (10:15 PM), अकोदिया (10:35 PM), शुजालपुर (10:48 PM), कालापीपल (11:05 PM), सीहोर (11:36 PM), संत हिरदाराम नगर (12:40 AM) होते हुए रात 1:05 बजे भोपाल पहुंचेगी। यह समय विशेष रूप से उन लोगों के लिए उपयोगी होगा जो उज्जैन से दर्शन कर रात में ही लौटना चाहते हैं और सुबह अपने कार्यस्थल पर समय से पहुंचना चाहते हैं।

अनारक्षित कोच और सामान्य किराया: आम जनता को राहत

यह ट्रेन पूरी तरह से अनारक्षित होगी और इसमें मेल/एक्सप्रेस की सामान्य श्रेणी के टिकट लागू होंगे। कोच संरचना की बात करें तो इसमें कुल 09 कोच होंगे, जिनमें 7 सामान्य श्रेणी के और 2 एसएलआरडी कोच (गार्ड व सामान कोच) शामिल हैं। इससे यह स्पष्ट है कि यह सेवा आम जनता की सुविधा और कम बजट यात्रा के उद्देश्य से शुरू की गई है।

श्रावण मास में श्रद्धालुओं को बड़ी सहूलियत

हर साल श्रावण के दौरान लाखों की संख्या में श्रद्धालु उज्जैन के प्रसिद्ध महाकाल मंदिर के दर्शन के लिए पहुंचते हैं। इस बार रेलवे की यह पहल इन श्रद्धालुओं के लिए यात्रा को सुगम और सुलभ बनाने में अहम भूमिका निभाएगी। खास बात यह है कि ट्रेन का शेड्यूल इस तरह तय किया गया है कि यात्री रात में यात्रा कर सकें और सुबह मंदिर में दर्शन करके उसी दिन लौट भी सकें।