Unified Pension Scheme: केंद्र सरकार ने हाल ही में नई पेंशन स्कीम (UPS) का ऐलान किया है, जो सरकारी कर्मचारियों के लिए एक बड़ी राहत बन सकती है। इसके तहत, सरकारी कर्मचारी अब पुरानी योजना (NPS) में बने रह सकते हैं या यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) का चुनाव कर सकते हैं। इस नई पेंशन स्कीम में कई आकर्षक फायदे हैं, जिनसे कर्मचारियों का रिटायरमेंट के बाद का जीवन आसान हो सकता है।
नई पेंशन स्कीम (UPS) के फायदे
इस स्कीम में सबसे बड़ा फायदा यह है कि कर्मचारियों को 22 साल की नौकरी के बाद बेसिक सैलरी का 50% पेंशन मिलने की संभावना है। यह रिटायरमेंट के बाद नियमित और स्थिर आय का एक बड़ा स्रोत साबित हो सकता है। हालांकि, फिलहाल यह स्कीम केवल सरकारी कर्मचारियों के लिए है, लेकिन प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों को भी इससे फायदा मिलने की उम्मीदें बढ़ गई हैं।
प्राइवेट सेक्टर की बढ़ी उम्मीदें
प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों को लेकर अभी तक सरकार ने कोई स्पष्ट घोषणा नहीं की है, लेकिन एनपीएस की बढ़ती सफलता और 2.59 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति बनने के बाद यह उम्मीदें जरूर जगी हैं कि भविष्य में इस योजना को निजी क्षेत्र में भी लागू किया जा सकता है।
NPS का बढ़ता प्रभाव
- एनपीएस की शुरुआत 2004 में सिर्फ सरकारी कर्मचारियों के लिए की गई थी, लेकिन 2009 में इसे निजी सेक्टर के कर्मचारियों के लिए भी खोल दिया गया था।
- एनपीएस को मिले इस जबरदस्त रिस्पॉन्स ने इसे और लोकप्रिय बना दिया। हर साल इसमें 28% से ज्यादा की ग्रोथ देखी गई।
- जुलाई 2023 में, एनपीएस एसेट्स में 39% का इज़ाफा हुआ और यह 2.59 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति बन गई।
NPS में 60 साल के बाद मिलने वाली पेंशन
एनपीएस एक स्वैच्छिक योजना है, जिसमें 18 से 60 साल के आयु वर्ग के कर्मचारियों को कवर किया जाता है, चाहे वे सरकारी हों या निजी। रिटायरमेंट के बाद, 60 साल पूरे होते ही कर्मचारियों को एक संरक्षित आय मिलनी शुरू होती है, जो उनके बुढ़ापे में स्थिर वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है।
NPS के दो प्रकार के खाते
एनपीएस में दो प्रकार के खाते खोले जाते हैं:
- अंशदायी खाता – इसमें कर्मचारी नियमित रूप से अपनी हिस्सेदारी जमा करते हैं।
- वैकल्पिक खाता – इसमें सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम योगदान होता है।
क्या निजी कर्मचारियों को मिलेगा यह फायदा?
अगर इस योजना को निजी कर्मचारियों के लिए भी लागू किया गया, तो उन्हें भी भविष्य में स्टेबल पेंशन मिलने का अवसर मिलेगा। खासकर उन कर्मचारियों के लिए यह एक बेहतरीन वित्तीय सुरक्षा योजना हो सकती है जो अपनी रिटायरमेंट के लिए ज्यादा बचत नहीं कर पाते।
नई पेंशन स्कीम (UPS) सरकारी कर्मचारियों के लिए एक शानदार पहल हो सकती है, जिससे उनके रिटायरमेंट के बाद की वित्तीय स्थिति मजबूत हो। वहीं, निजी कर्मचारियों के लिए भी उम्मीद जगी है कि आने वाले समय में उन्हें भी इसका लाभ मिल सकता है। अगर यह योजना भविष्य में निजी क्षेत्र में लागू होती है, तो यह वृद्धावस्था के लिए एक बहुत बड़ी सुरक्षा कवच साबित हो सकती है।