इंदौर में ट्रैफिक संभालना अब शायद पुलिस के लिए तो चुनौति बन गया है लेकिन हालहि में पुलिस प्रशासन ने एक ऐसा कदम उठा लिया। जिससे शायद इंदौर शहर का ट्रैफिक सुधर जाएं। यहीं शहर में जिसने भी ऐसा नजारा देखा वह देखता ही रह गया। आमतौर पर मारपीट और आपराधिक वारदातों के लिए पहचाने जाने वाले गुंडे-बदमाश इस बार खुद ट्रैफिक पुलिस की भूमिका में दिखे। जी हां, ट्रैफिक जैकेट पहने ये अपराधी चौराहे पर खड़े होकर यातायात व्यवस्था संभालते हुए नजर आए!
डीसीपी ने दी अनोखी सजा
यह इंदौर पुलिस की एक अनोखी पहल थी जिसके तहत। जोन-2 के डीसीपी अभिनय विश्वकर्मा और लसूड़िया थाना प्रभारी तारेश सोनी की टीम ने आदतन अपराधियों और निगरानी शुदा बदमाशों को थाने बुलाकर पहले परेड़ करवाई और फिर उनके डोजियर भरवाए। लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं हुई। पुलिस ने भी ठान लिया था कि इन्हें भी कुछ ऐसा काम कराया जाएं की इन्हें जिंदगी की हकीकत समझ में आ जाएं।
नसीहत दे कर छोड़ा
इसके बाद इन बदमाशों को देवास नाका चौराहे ले जाया गया, जहां उन्हें ट्रैफिक बेल्ट और जैकेट पहनाकर सड़क पर उतारा गया। यहां उन्होंने आम जनता की तरह ट्रैफिक को नियंत्रित किया और लोगों को नियमों का पालन कराने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस ने उन्हें नसीहत भी दी कि अगर आगे अपराध की राह पर लौटे, तो अगली सजा इससे भी अलग और सख्त होगी। इस अनोखी “सजा” ने जहां अपराधियों को सोचने पर मजबूर किया, वहीं शहरवासियों के लिए यह दृश्य किसी फिल्मी सीन से कम नहीं था।