स्वतंत्र समय, भोपाल
मप्र के करीब सवा करोड़ किसानों ( farmers ) की आय दोगुना करने का शगुफा शिवराज सरकार के समय छोड़ा गया था। इसके लिए एक पंचवर्षीय योजना भी लागू की गई थी, लेकिन किसानों की आय दस साल बाद भी दोगुना नहीं हुई। अब मोहन सरकार के मंत्री ने स्वयं स्वीकार किया है कि प्रदेश के किसानों की आय दोगुना करने की कोई नीति मप्र में लागू नहीं है। साथ ही इसके लिए कोई स्वीकृत कार्ययोजना या बजट भी उपलब्ध नहीं है।
farmers की आय पर विधायक परमार ने उठाया सवाल
विधायक महेश परमार ने एक सवाल के माध्यम से कृषि मंत्री से पूछा-राष्ट्रीय कृषि विकास योजना 2014 की नीति में किसानों ( farmers ) की आय दोगुना करने के लिए वार्षिक कार्य योजना में कौन-कौन से प्रावधान किए गए हैं? ‘हर मेढ़ पर पेड़’ एवं आय उत्पादकता में सुधार के लिए रोजगार सृजन और ग्रामीण परिवारों की आजीविका के लिए सरकार ने वर्ष 2014 से आज तक कितनी कार्य योजना पर कार्य किया और कितने किसानों की आय दोगुना करने की रिपोर्ट प्रस्तुत करें। क्या तत्कालीन मुख्यमंत्री द्वारा ग्राम शेरपुर में 18 फरवरी 2016 को वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुना किए जाने का संकल्प लिया था। यदि हां तो कृषि कल्याण द्वारा तब से 2024 की स्थिति में प्रदेश के कितने किसानों की आय दोगुना की गई है? विस्तुत प्रशासनिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। सवालों के लिखित जवाब में कृषि कल्याण मंत्री ऐदल सिंह ने कहा-राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत राष्ट्रीय कृषि वानिकी योजना की वर्ष 2014 की कोई योजना लागू नहीं हुई है। जी नहीं मध्यप्रदेश के किसानों की आय दोगुना करने के लिए विभाग के पास पृथक से कोई स्वीकृत कार्य योजना या बजट उपलब्ध नहीं है, लेकिन किसानों के लिए विभाग में कई योजनाएं संचालित हैं जिनसे कृषकों की आय में वृद्धि हो रही है।