स्वतंत्र समय, भोपाल
लोकसभा चुनाव की आचार संहिता ( Code of conduct ) के बीच डॉ. मोहन यादव सरकार मौजूदा वित्त वर्ष में एक बार फिर 27 मार्च को 3 अलग-अलग तरीके से 5 हजार करोड़ रुपए का कर्ज लेगी। जनवरी से अब तक कर्ज के रूप में ली गई राशि 20,500 करोड़ हो जाएगी। वित्त विभाग ने नए कर्ज के लिए नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है।
Code of conduct में लिए कर्ज को विकास कार्यों में लगाएंगेः देवड़ा
इस भारी भरकम कर्ज से सरकार मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना, कर्मचारियों-पेंशनर्स को दिए जाने वाले 4 प्रतिशत महंगाई भत्ते की राशि देने के साथ ही अन्य विकास कार्यों को अमली जामा पहनाएगी। इसके अलावा अन्य योजनाओं के खर्च और निर्माण कार्यों के लिए भी कर्ज के रूप में ली गई राशि का उपयोग किया जाएगा। इधर, डिप्टी सीएम वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने कहा- हमारी सरकार नियम प्रक्रिया के तहत कर्ज लेती है। जिससे विकास काम किया जाता है। इस कर्ज की राशि को हम समय पर चुकाते भी हैं। कांग्रेस की तरह कर्जा लेकर घी पीने का काम नहीं करते हैं। वे विचलित हो रहे हैं, इसलिए इस तरह की बातें कर रहे हैं।
1 साल में लिया 42 हजार 500 करोड़ का कर्ज
27 मार्च को लिए जाने वाले 5 हजार करोड़ रुपए के कर्ज के बाद इस वित्तीय साल में कुल 42 हजार 500 करोड़ रुपए का कर्ज हो जाएगा। इसके पहले 37,500 करोड़ का कर्ज सरकार 29 फरवरी से पहले ले चुकी है। मोहन सरकार ने पिछली कैबिनेट में यह ऐलान किया था कि प्रदेश की वित्तीय स्थिति बहुत अच्छी है। इस कर्ज को मिलकार मप्र पर 3.70 लाख करोड़ का कर्ज हो जाएगा।