राज्यपाल जनरल केटी परनाइक ने नामसाई में कारगिल दिवस पर शहीदों को किया नमन

केटी परनाइक : अरुणाचल प्रदेश के नामसाई में कारगिल विजय दिवस पर भव्य कार्यक्रम हुआ, जिसमें राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल केटी परनाइक (सेवानिवृत्त) मुख्य अतिथि रहे। उन्होंने शहीदों को श्रद्धांजलि दी और बहादुर सैनिकों के साहस और बलिदान को सलाम किया। अपने भाषण में उन्होंने कहा कि हमारे जवानों ने कठिन हालात में देश की रक्षा करते हुए जान दी। उनका बलिदान देश की आत्मा में हमेशा जिंदा रहेगा और हमें हमेशा प्रेरणा देता रहेगा।

युवाओं से देश के लिए समर्पित सेवा का आग्रह

उन्होंने कहा कि कारगिल विजय दिवस सिर्फ एक सैन्य जीत की याद नहीं है, बल्कि यह देश के प्रति सम्मान और जिम्मेदारी का संदेश है। यह दिन हमें देश के लिए समर्पित रहने की प्रेरणा देता है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे देशभक्ति, अनुशासन और समर्पण के साथ देश की सेवा करें। तभी हम 2027 तक विकसित भारत का सपना पूरा कर सकेंगे। यह युवाओं के लिए एक प्रेरणा और कर्तव्य की याद है।

देशभक्ति और सेवा की भावना कायम रखना हम सबका दायित्व

राज्यपाल ने कहा कि कारगिल युद्ध ने देश की सुरक्षा को मजबूत करने, सीमा पर सतर्कता बढ़ाने, रक्षा ताकत को बेहतर बनाने और सेना व नागरिकों के बीच सहयोग बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने असम राइफल्स और अरुणाचल विश्वविद्यालय ऑफ स्टडीज द्वारा कार्यक्रम आयोजित करने की सराहना की। साथ ही कहा कि यह हमारी साझा जिम्मेदारी है कि हम देशभक्ति, एकता और सेवा जैसे मूल्यों को जिंदा रखें और अगली पीढ़ी तक पहुंचाएं।

कारगिल युद्ध के वीरों ने सुनाए जंग के अनुभव

कार्यक्रम में कारगिल युद्ध के वीर सैनिक नायक दीगेंद्र सिंह और नायक प्रह्लाद सिंह ने अपने अनुभव साझा किए। उप मुख्यमंत्री, ब्रिगेडियर सरबजीत सिंह और अन्य अधिकारियों ने भी अपने विचार रखे। यह आयोजन असम राइफल्स और अरुणाचल विश्वविद्यालय ऑफ स्टडीज, नामसाई ने मिलकर किया। छात्र-छात्राओं ने देशभक्ति से जुड़ी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। कार्यक्रम में विधायक चाउ जिंगनु नामचूम, पुलिस महानिरीक्षक पीएन खिर्मे, ब्रिगेडियर कौस्तुभ केकरे और कई अन्य सम्मानित लोग और विद्यार्थी शामिल हुए।