स्वतंत्र समय, भोपाल
‘बात निकलेगी तो दूर तलक जाएगी। एक फिल्म का डायलॉग था- जिसके मकान शीशे के होते हैं, वे दूसरे के यहां पत्थर नहीं फेंका करते’। यह खाद्य मंत्री गोविंद सिंह (Govind Singh ) राजपूत ने गुरुवार को भोपाल में कहीं। आरटीओ के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा मामले के बहाने पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने एक दिन पहले मंत्री राजपूत पर आरोप लगाए थे। इन्हीं आरोपों पर मंत्री राजपूत ने खुलकर जवाब दिया।
Govind Singh ने कहा एजेंसियां अपना काम कर रही हैं
खाद्य मंत्री गोविंद ( Govind Singh ) राजपूत ने कहा-दिग्विजय सिंह जी की पत्रकारवार्ता को कोई गंभीरता से नहीं लेता। प्रदेश में जब कांग्रेस की सरकार थी, तब के वन मंत्री और वर्तमान के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने दिग्विजय सिंह पर क्या कहा था, ये यू-ट्यूब पर सर्च करके देखा जा सकता। जांच एजेंसी स्वतंत्र है। वह अपना काम कर रही है। एजेसियां किसी के अधीन नहीं होती। दिग्विजय सिंह की बात का जवाब दे दिया है। अब नो कमेंट्स…।
परिवहन विभाग देने का दबाव था?
आरटीओ के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा के यहां हुई छापेमारी में मिले कैश, गोल्ड और अन्य संपत्तियों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र भी लिखा है। वहीं, इस केस से लोकायुक्त को हटाए जाने की मांग की थी। साथ ही कहा था कि कमलनाथ सरकार में ज्योतिरादित्य सिंधिया की तरफ से गोविंद सिंह राजपूत को परिवहन और राजस्व विभाग देने का दबाव था। इन विभागों को लेकर इतना दबाव क्यों बनाया गया था, यह तो सिंधिया जी ही बता सकते हैं।