एजेंसी, जयपुर
मकर संक्रांति का त्योहार रविवार अलसुबह ही खुशियों का उल्लास लेकर आया। अलसुबह से शहर छतों पर आ डटा, चारों ओर ‘वो काटा…’ का शोर सुनाई देने लगा। सूरज उगने के साथ ही आसमान सतरंगी होता नजर आया। वहीं मकर संक्रांति को लेकर आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर में पतंगों की विशेष झांकी सजी। ठाकुरजी सोने की पतंग उड़ा रहे हैं, वहीं राधाजी और सखियां चांदी की चरखी थामे नजर आ रही है। गर्भगृह और जगमोहन को पंतगों से सजाया गया है। वहीं ठाकुरजी के दर्शनों के लिए बड़ी संख्या में भक्त पहुंचे।
गोविंददेवजी मंदिर प्रवक्ता मानस गोस्वामी ने बताया कि मकर संक्रांति पर्व दो दिन मनाया जा रहा है। मंदिर में सोमवार को भी ठाकुरजी के पतंगों की झांकी के दर्शन होंगे। दर्शनार्थियों को जल, पृथ्वी और बेटी बचाने का संदेश देते हुए की पतंग प्रसाद स्वरूप भेंट की जा रही है। गलता गेट स्थित गीता गायत्री मंदिर में तीन दिवसीय पतंगोत्सव मनाया जा रहा है। पं. राजकुमार चतुर्वेदी ने बताया कि गणेशजी महाराज के मंदिर में रंग-बिरंगी पतंगों की झांकी सजाई गई।
पतंग के मध्य विराजमान हुए श्याम प्रभु
रामगंज बाजार के कांवटियों का खुर्रा स्थित श्री श्याम प्राचीन मंदिर में श्याम प्रभु पतंग में विराजमान नजर आए। मंदिर महंत पं. लोकेश मिश्रा ने बताया कि विशेष प्रकार की रंगीन पतंग बनाकर ठाकुरजी को पतंग के मध्य विराजमान किया गया। बड़ी संख्या में भक्तों ने विशेष झांकी के दर्शन किए। यह झांकी सोमवार तक सजी रहेगी।