Guna Bus Accident: बुधवार रात करीब 8:30 बजे गुना से आरोन जा रही सिकरवार बस डंपर से टकरा गई। इसके बाद डीजल टैंक फटने से बस में आग लग गई। जिससे 13 यात्री जिंदा जल गए और 16 गंभीर रूप से घायल हो गए। जानकारी के मुताबिक बता दे बस में करीब 30 से 40 यात्री सवार थे। लोगों ने आग बुझाने का प्रयास भी किया लेकिन कुछ ही समय में बस जलकर खाक हो गई। हादसे के बाद यात्री बस की खिड़कियों से कूदने लगे और जलते हुए अस्पताल की ओर भागने लगे।
घायलों को गुना के जिला अस्पताल में भर्ती कराया
इसी बीच प्रशासन ने 15 घायलों को गुना के जिला अस्पताल में भर्ती कराया। साथ ही मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने हादसे की जांच के आदेश भी दिए। उन्होंने अनमोल जिंदगियों के असामयिक निधन पर गहन शोक भी व्यक्त किया। साथ ही दिवंगत आत्माओं की शांति व परिजनों को यह वज्रपात सहन करने की शक्ति देने तथा झुलसे यात्रियों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना भी की।
बिना बीमा और फिटनेस के चल रही थी बस
जानकारी के मुताबिक बता दे मुख्यमंत्री ने परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस तरह की दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो इसलिए सभी तरह की जांच कराई जाए। जानकारी के मुताबिक बस बिना बीमा और फिटनेस के चल रही थी। बस की फिटनेस अवधि 17 फरवरी 2022 को ही खत्म हो गई थी और बीमा की आखिरी तारीख 30 अप्रैल 2021 को ही समाप्त हो गई थी।
अनदेखी के चलते नहीं हुई बस की नियमित जांच
परिवहन विभाग और जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते बस की नियमित जांच नहीं हो पाई। जिसके चलते यह घटना हो गई। इसी तरह मिली जानकारी के मुताबिक बता दे टैक्स भी 31 जुलाई 2022 तक का भरा था। बस की हालत भी काफी खराब हो गई थी। एरिया में चलने वाली अन्य बसों के भी ऐसे ही हाल देखने को मिल रहे हैं। ऐसे में परिवहन विभाग की सक्रियता पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने की आर्थिक सहायता की घोषणा
मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने बस दुर्घटना में मृतक के स्वजन को चार लाख और घायलों को ₹50000 आर्थिक मदद देने के निर्देश दिए हैं। इसी के साथ इस हादसे पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी दुख जताया हैं इसके अलावा विजयपुर के विधायक और पूर्व मंत्री रामनिवास रावत ने भी हादसे पर दुख जताया है।
अस्पताल में इमरजेंसी अलर्ट
इस घटना के बाद जिला अस्पताल में इमरजेंसी अलर्ट भी जारी किया गया। साथ ही सभी डॉक्टर वह पैरामेडिकल स्टाफ को तुरंत ड्यूटी पर बुलाया गया और अस्पताल में घायलों का इलाज शुरू किया गया। इसके अलावा आवश्यक व्यवस्थाएं भी जारी की गई। क्षेत्रीय विधायक पन्नालाल शाक्य ने अस्पताल पहुंचकर घायलों से चर्चा की और उपचार की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए।