ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के लोगों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। वर्षों से चली आ रही गुना से बेंगलुरु तक सीधी ट्रेन सेवा की मांग अब पूरी हो गई है। रेल मंत्रालय ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के विशेष प्रयासों के बाद इस रेल सुविधा को हरी झंडी दे दी है।
अब नहीं करनी पड़ेगी भोपाल या बीना की यात्रा
इस नई रेल सेवा के शुरू होने से अब यात्रियों को ट्रेन पकड़ने के लिए भोपाल, बीना या ग्वालियर तक का लंबा सफर नहीं करना पड़ेगा। गुना, अशोकनगर और शिवपुरी जिले सीधे बेंगलुरु से रेल मार्ग से जुड़ जाएंगे, जिससे युवाओं और कामकाजी वर्ग को सीधा फायदा होगा।
बेंगलुरु के लिए ट्रेन नंबर 11085/11086 को मिली मंजूरी
रेल मंत्रालय ने “सर एम. विश्वेश्वरैया टर्मिनल, बेंगलुरु–ग्वालियर (वाया गुना)” नामक ट्रेन को मंजूरी दी है। ट्रेन नंबर 11085/11086 गुना को बेंगलुरु से जोड़ने का कार्य करेगी, जो कि खासकर तकनीकी क्षेत्रों में कार्यरत युवाओं के लिए वरदान साबित होगी।
सिंधिया ने जताया रेल मंत्री का आभार
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार जताया। उन्होंने लिखा कि यह ट्रेन सेवा गुना-चंबल क्षेत्र की जनता की वर्षों पुरानी मांग थी, जिसे उन्होंने रेल मंत्री तक पहुंचाया और मंजूरी दिलवाई।
सीधी ट्रेन से युवाओं को मिलेगा बड़ा लाभ
इस नई ट्रेन सेवा से उन हजारों युवाओं को राहत मिलेगी जो अब तक ट्रेन पकड़ने के लिए दूसरे शहरों का रुख करते थे। खासकर आईटी और बीपीओ सेक्टर में कार्यरत लोग, जो बेंगलुरु में नौकरी करते हैं, अब आसानी से अपने गृहनगर से यात्रा कर सकेंगे।
गुना के 25% युवा जाते हैं बेंगलुरु
गुना क्षेत्र के लगभग एक चौथाई युवा उच्च शिक्षा और रोजगार के लिए बेंगलुरु जैसे मेट्रो शहरों में जाते हैं। अब सीधी ट्रेन शुरू होने से न सिर्फ उनका समय बचेगा, बल्कि यात्रा भी सुरक्षित और किफायती हो जाएगी।
रेलवे की पहल से बढ़ेगा निवेश और रोजगार
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार, यह ट्रेन सेवा केवल परिवहन सुविधा ही नहीं बढ़ाएगी, बल्कि गुना क्षेत्र में निवेश के नए द्वार भी खोलेगी। इससे स्थानीय व्यवसायों को भी प्रोत्साहन मिलेगा और रोज़गार के अवसर बढ़ेंगे।
ग्वालियर-चंबल के विकास की नई दिशा
सिंधिया ने इस फैसले को ग्वालियर-चंबल अंचल के लिए “विकास की नई शुरुआत” करार दिया है। उन्होंने भरोसा जताया कि आने वाले समय में क्षेत्र में और भी सुविधाएं बढ़ेंगी, जिससे जन-जीवन और अर्थव्यवस्था दोनों को फायदा मिलेगा।
व्यापारी, छात्र और पर्यटक सभी होंगे लाभान्वित
यह ट्रेन सेवा सिर्फ नौकरीपेशा वर्ग के लिए नहीं, बल्कि व्यापारियों, छात्रों और पर्यटकों के लिए भी वरदान साबित होगी। इससे दिल्ली और बेंगलुरु के बीच होने वाली आमद-रफ्त और संपर्क और अधिक सुगम हो जाएगा।
रेल मंत्रालय का यह फैसला एक ऐतिहासिक पहल
गुना-बेंगलुरु ट्रेन सेवा को हरी झंडी मिलने को स्थानीय जनता ऐतिहासिक मान रही है। यह निर्णय न केवल यात्रा को सरल बनाएगा, बल्कि क्षेत्र की पहचान को राष्ट्रीय स्तर पर भी मजबूत करेगा।