स्वतंत्र समय, भोपाल
मप्र ( Madhya Pradesh ) सरकार अब ग्वालियर और उजैन में पैदा होने वाले अफसर मिलकर चलाएंगे। सीएस बनाए गए अनुराग जैन जहां ग्वालियर में पैदा हुए थे, वहीं कैलाश मकवाना उजैन के मूल निवासी हैं। इन दोनों अफसरों की जोड़ी मुख्यमंत्री मोहन यादव की मंशा पर खरा उतरने के लिए काम करेगी।
सीएस के बाद डीजी भी Madhya Pradesh के
मप्र ( Madhya Pradesh ) सरकार ने शनिवार देर रात 1988 बैच के आईपीएस अफसर कैलाश मकवाना को मप्र का नया डीजीपी बनाया है। सीएम डॉ. मोहन यादव के विदेश यात्रा पर जाने से पहले गृह विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी किए। मकवाना वर्तमान में मप्र पुलिस हाउसिंग कापोर्रेशन के चेयरमैन हैं। अब वे एमपी के 32वें डीजीपी होंगे। मकवाना 1 दिसंबर को प्रदेश के नए पुलिस मुखिया के रूप में पदभार ग्रहण करेंगे। वे वर्तमान डीजीपी सुधीर सक्सेना की जगह लेंगे। मकवाना 53 दिसंबर 2025 में रिटायर होंगे।
गौरतलब है कि वर्तमान डीजीपी सुधीर सक्सेना 30 नवंबर 2024 को रिटायर हो रहे हैं। सुधीर सक्सेना को 4 मार्च 2020 को डीजीपी नियुक्त किया गया था। कैलाश मकवाना का साढ़े तीन साल के अंदर 7 बार तबादला हुआ था। कमलनाथ सरकार के दौरान ही वे तीन बार इधर से उधर किए गए थे। मकवाना इस समय मप्र पुलिस हाउसिंग कॉपोर्रेशन के चेयरमैन है। शिवराज सरकार के कार्यकाल में मकवाना लोकायुक्त के डीजी थे। हालांकि वे छह महीने ही इस पद पर रहे। दरअसल, मकवाना ने लोकायुक्त में डीजी बनते ही भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई में तेजी ला दी थी, उन्होंने ठंडे बस्ते में पड़ीं कई लंबित जांचों की फाइल खोली और जांच शुरू की। इसी रतह मप्र के मुख्य सचिव अनुराग जैन भी तेजतर्रार अधिकारी हैं और उन्होंने काम संभालते ही विभागीय समीक्षा बैठकों में अफसरों की परेड लेना शुरू किया।