Harry Brook को 19 रन पर मिला था जीवनदान, अब शतक जड़कर भारत को दे दिया घाव

Harry Brook:  इंग्लैंड के स्टार बल्लेबाज हैरी ब्रूक ने ओवल टेस्ट की चौथी पारी में एक यादगार शतक जड़कर भारत के खिलाफ पांचवें और अंतिम टेस्ट में इंग्लैंड की उम्मीदों को नई ताकत दे दी। 374 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए ब्रूक ने 91 गेंदों में शतकीय पारी खेली, जो कि उनका चौथी पारी में पहला टेस्ट शतक है।

यह शतक कई मायनों में खास रहा। पहला, उन्होंने इसे एक जीवनदान मिलने के बाद हासिल किया, और दूसरा, यह उनके टेस्ट करियर का 10वां शतक था – वह भी महज 50वीं पारी में। इस उपलब्धि के साथ ब्रूक ने 2022 के बाद टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले खिलाड़ियों की सूची में दूसरा स्थान हासिल कर लिया है, उनसे आगे केवल जो रूट (15 शतक) हैं।

Harry Brook: भारत की एक चूक, बना मैच का टर्निंग प्वाइंट

ब्रूक जब 19 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे, तब भारत के पास उन्हें पवेलियन भेजने का सुनहरा मौका था। प्रसिद्ध कृष्णा की एक बाउंसर पर ब्रूक ने पुल शॉट खेलने की कोशिश की, लेकिन गेंद सही से बल्ले पर नहीं आई और सीधी मोहम्मद सिराज के हाथों में गई, जो डीप फाइन लेग पर फील्डिंग कर रहे थे।

हालांकि, सिराज ने कैच तो पकड़ लिया, लेकिन कैच लेते हुए उनका पैर बाउंड्री रस्सी से टकरा गया, जिससे ब्रूक को न केवल जीवनदान मिला, बल्कि अगली ही गेंदों से उन्होंने मैच की दिशा ही बदल दी।

Harry Brook:  जीवनदान के बाद आक्रामक अंदाज़

इस मौके का फायदा उठाते हुए ब्रूक ने उसी ओवर में 18 रन बटोर डाले और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने भारतीय गेंदबाजों पर लगातार दबाव बनाए रखा और इंग्लैंड की पारी को संभालते हुए रनचेज की नींव रखी।

Harry Brook: भारत के लिए क्या रहा असर?

ब्रूक की यह पारी भारत के लिए भारी पड़ी। यदि उन्हें 19 रन पर ही आउट कर दिया जाता, तो इंग्लैंड की हालत 137/4 हो सकती थी, जिससे भारत को टेस्ट और सीरीज पर पकड़ मजबूत करने का मौका मिल सकता था। लेकिन ब्रूक के शतक ने इंग्लैंड को न सिर्फ मुकाबले में बनाए रखा, बल्कि भारत की रणनीति को भी असंतुलित कर दिया।