Pahalgam Attack: जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर के पास एक बड़े सुरक्षा अभियान के तहत सेना ने पहलगाम आतंकी हमले के मास्टरमाइंड हाशिम मूसा उर्फ सुलैमान को मुठभेड़ में मार गिराया है। सैन्य सूत्रों के अनुसार, मूसा के साथ दो अन्य आतंकवादी भी मारे गए हैं। यह मुठभेड़ ‘ऑपरेशन महादेव’ के तहत हरवन के घने जंगलों में हुई, जो दाचीगाम वन्यजीव अभ्यारण्य के पास स्थित है।
हाशिम मूसा, जो सीमा पार आतंकी नेटवर्क से जुड़ा हुआ था, लंबे समय से सुरक्षा एजेंसियों की रडार पर था। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, उसने पहचान छिपाने के लिए अपना हुलिया बदल लिया था—उसका वजन काफी घट गया था और उसने अपनी दाढ़ी व हेयरस्टाइल में बदलाव किया था।
सूत्रों के अनुसार, मारे गए दो अन्य आतंकवादियों की पहचान यासिर और अबू हम्जा उर्फ हैरिस के रूप में हो सकती है, जिनका संबंध लश्कर-ए-तैयबा से बताया जा रहा है। हालांकि, अधिकारिक तौर पर इनकी पहचान की पुष्टि अभी बाकी है।
चिनार कॉर्प्स ने सोशल मीडिया मंच एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर जानकारी साझा करते हुए कहा, “तीन आतंकियों को मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया है। ऑपरेशन अभी भी जारी है।”
Pahalgam Attack: कैसे मिला सुराग?
इस मुठभेड़ तक पहुंचने में सुरक्षा एजेंसियों को एक संचार उपकरण से महत्वपूर्ण सुराग मिला, जिसे अप्रैल 22 को हुए पहलगाम हमले के बाद से निगरानी में रखा गया था। दो दिन पहले इस डिवाइस से की गई एक संदिग्ध कॉल ने एजेंसियों को सतर्क कर दिया, जिससे ऑपरेशन को तेज किया गया।
बताते चलें कि अप्रैल में हुए पहलगाम हमले में 26 लोगों की जान गई थी और तब से ही सुरक्षा बलों ने दोषियों को पकड़ने के लिए व्यापक अभियान चलाया हुआ था। खुफिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कुछ संदिग्ध आतंकवादी श्रीनगर से करीब 20 किलोमीटर दूर दाचीगाम क्षेत्र की ओर भागे थे।
Pahalgam Attack: ऑपरेशन महादेव की सफलता
‘ऑपरेशन महादेव’ को हाल के वर्षों का सबसे सुनियोजित अभियान माना जा रहा है, जिसमें सेना की स्पेशल फोर्सेज ने स्थानीय पुलिस और खुफिया एजेंसियों के साथ मिलकर महीनों की मेहनत के बाद सफलता हासिल की। यह मुठभेड़ करीब चार घंटे तक चली और इसमें भारी गोलीबारी हुई।
इस अभियान की सफलता से न सिर्फ पहलगाम हमले के मास्टरमाइंड को खत्म किया गया, बल्कि जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकी नेटवर्क को भी एक बड़ा झटका लगा है।