Cane Sugar Benefits: क्या आप भी सोचते हैं कि चीनी मतलब बस सफेद चीनी? तो रुक जाइए! अब अमेरिका की एक जानी-मानी कोल्ड ड्रिंक कंपनी ने अपने ड्रिंक्स में केन शुगर यानी गन्ने से बनी चीनी का फिर से इस्तेमाल शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि यह फैसला अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सलाह पर लिया गया। इसके बाद से भारत में भी लोग जानना चाहते हैं आखिर ये केन शुगर है क्या, और क्या ये सच में सफेद चीनी से बेहतर है?
क्या है केन शुगर ?
केन शुगर, गन्ने के रस को गर्म करके और सूखा कर बनाई जाती है। इसमें छोटे-छोटे क्रिस्टल होते हैं, जो हल्के पीले या भूरे रंग के होते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इसे ज्यादा रिफाइन नहीं किया जाता। यही वजह है कि इसे ज्यादा नेचुरल और हेल्दी माना जाता है।
क्या हैं इसके फायदे?
गन्ने से बनी यह चीनी फास्ट एनर्जी देती है, क्योंकि इसमें नेचुरल कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं।
इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे पॉलीफेनॉल्स और फ्लेवोनॉयड्स शरीर की इम्युनिटी बढ़ाते हैं।
यह लिवर के लिए भी फायदेमंद होती है और पीलिया जैसी बीमारियों में राहत देती है।
इसमें मौजूद AHA (अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड) स्किन को साफ और मुलायम बनाते हैं।
कैसे करें इस्तेमाल?
आप इसे चाय, कॉफी, केक, कुकीज, हलवा या मिठाई में इस्तेमाल कर सकते हैं।
मॉकटेल-कॉकटेल या सॉस बनाने में भी इसका स्वाद बेहतरीन होता है।
डायबिटीज के मरीज भी सीमित मात्रा में इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
सफेद चीनी vs केन शुगर
सफेद चीनी को पूरी तरह रिफाइन किया जाता है और ये गन्ने या चुकंदर दोनों से बन सकती है। वहींकेन शुगर सिर्फ गन्ने से बनती है, जिसमें थोड़ी-सी नेचुरल मिठास और फ्लेवर बचा रहता है।