Heavy Rain Alert : बिहार में पिछले 24 घंटों से लगातार भारी बारिश जारी है। राजधानी पटना सहित राज्य के कई शहर और गांव जलमग्न हो गए हैं। सीवान, गोपालगंज, रोहतास और छपरा जिलों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं। राजधानी सहित कम से कम दो दर्जन जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है।
लगातार बारिश के कारण सड़कों और फसलों को भारी नुकसान हुआ है, वहीं आवागमन पर भी बड़ा असर पड़ा है। सड़क परिवहन बाधित हुआ है और रेल यातायात पर भी प्रभाव पड़ा। पटना आने वाली कई फ्लाइट्स को डायवर्ट करना पड़ा।
अगले तीन दिन भी रहेगा मौसम खराब
मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में सक्रिय गहरा दबाव उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ रहा है, जिसके कारण बिहार में अगले तीन दिन तक आंधी, वज्रपात और भारी वर्षा की संभावना है। 5 और 6 अक्टूबर को उत्तर एवं दक्षिण बिहार के कुछ जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। उत्तर बिहार के सीतामढ़ी, शिवहर, पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज जिलों में विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।
आपदा प्रबंधन विभाग का अलर्ट (Heavy Rain Alert)
बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग और मौसम सेवा केंद्र पटना ने चार से सात अक्टूबर तक भारी वर्षा, आंधी-तूफान और 40-60 किमी/घंटा की तेज हवाओं की चेतावनी जारी की है। मुजफ्फरपुर और पूर्वी चंपारण में रेड अलर्ट, जबकि पटना, वैशाली, गया, पश्चिम चंपारण, गोपालगंज, औरंगाबाद, सीतामढ़ी, शिवहर, मुंगेर, भोजपुर, सीवान, सारण, अरवल, जहानाबाद, मधुबनी, खगड़िया और सहरसा में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
नदियों के जलस्तर में वृद्धि की संभावना
उत्तरी और पूर्वी बिहार में अति भारी वर्षा होने के साथ-साथ नदियों के जल ग्रहण क्षेत्रों में पानी बढ़ने की संभावना है। इससे जलस्तर में वृद्धि और संभावित बाढ़ का खतरा बना हुआ है।
आम नागरिकों के लिए दिशा-निर्देश
आपदा प्रबंधन विभाग ने जनता से अपील की है कि वे अनावश्यक घर से बाहर न निकलें। पेड़, बिजली के खंभे और कमजोर संरचना के नीचे शरण न लें, तटबंध के निचले हिस्सों में रहने वाले लोग ऊँचे स्थान पर चले जाएं, नदियों, तालाबों और नहरों से दूर रहें। बच्चों और पशुओं को सुरक्षित रखें और खुले खेतों में वर्षा या वज्रपात के समय काम न करें।
आपात स्थिति में संपर्क:
- राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र: 0612-2294204 / 205
- आपातकालीन सहायता नंबर: 1070
पटना में सड़क धंसने की घटना
पटना के मीठापुर पुल के पास भारी बारिश के बाद सड़क का एक हिस्सा धंस गया। पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने बताया कि पुल की मुख्य संरचना सुरक्षित है, लेकिन सड़क के नीचे के नाले में क्षति हुई है। यह समस्या पहले भी छह महीने पहले सामने आई थी।
मुजफ्फरपुर में जलजमाव
मुजफ्फरपुर में भी भारी बारिश ने स्मार्ट सिटी की व्यवस्था की पोल खोल दी। शहर की अधिकांश सड़कों पर दो फीट तक पानी जमा हो गया, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ। मोतीझील, इस्लामपुर, सदर अस्पताल, स्टेशन रोड, जीरोमाइल और महेश बाबू चौक जैसे इलाके तालाब में तब्दील हो गए। जलजमाव का पानी घंटों बाद भी नहीं निकला, जिससे आवाजाही और मरीजों को गंभीर परेशानी का सामना करना पड़ा।