Heinrich Klaasen: ‘मुझे अपने प्रदर्शन की परवाह नहीं थी’, संन्यास के फैसले पर खुलकर बोले हेनरिक क्लासेन

Heinrich Klaasen: दक्षिण अफ्रीका के स्टार क्रिकेटर हेनरिख क्लासेन ने जून 2025 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर सभी को चौंका दिया। पहले टेस्ट क्रिकेट से संन्यास और अब व्हाइट-बॉल क्रिकेट से अलविदा कहने का उनका फैसला अप्रत्याशित था। 33 वर्षीय इस विकेटकीपर-बल्लेबाज ने हाल ही में अपने संन्यास के पीछे की वजहों पर खुलकर बात की। आइए, उनके इस फैसले की प्रमुख बातों को जानते हैं।

Heinrich Klaasen का संन्यास का मुश्किल फैसला

क्लासेन ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का फैसला उनके लिए आसान नहीं था। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, “यह मेरे लिए एक दुखद दिन है, क्योंकि मैंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से हटने का फैसला किया है। यह फैसला लेने में मुझे काफी समय लगा। यह मेरे और मेरे परिवार के भविष्य के लिए सबसे अच्छा कदम है।” उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका के लिए खेलना उनके लिए हमेशा गर्व की बात रही, जो उनका बचपन का सपना था।
2027 विश्व कप की योजना थी

क्लासेन ने शुरू में 2027 विश्व कप तक खेलने की योजना बनाई थी। उन्होंने व्हाइट-बॉल कोच रॉब वाल्टर के साथ लंबी बातचीत की थी और सब कुछ तय हो चुका था। लेकिन वाल्टर के कोच पद से इस्तीफा देने और क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (CSA) के साथ अनुबंध वार्ता के असफल होने के बाद, क्लासेन का मन बदल गया। उन्होंने कहा, “जब रॉब ने कोचिंग छोड़ी और अनुबंध की बातचीत उम्मीद के मुताबिक नहीं हुई, तो मेरा फैसला आसान हो गया।”
क्रिकेट का आनंद खत्म हो गया था

क्लासेन ने खुलासा किया कि वह पिछले कुछ समय से क्रिकेट का आनंद नहीं ले पा रहे थे। उन्होंने ‘रैपोर्ट’ से बातचीत में कहा, “मुझे लंबे समय से लग रहा था कि मुझे न तो अपने प्रदर्शन की परवाह है और न ही टीम के जीतने या हारने की। यह एक गलत स्थिति थी।” उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी से पहले रॉब वाल्टर से बात की और बताया कि उनका दिल अब क्रिकेट में नहीं लग रहा था। इस भावना ने उनके संन्यास के फैसले को और पक्का कर दिया।

Heinrich Klaasen के शानदार करियर का अंत

क्लासेन ने 2018 में दक्षिण अफ्रीका के लिए डेब्यू किया था और तीनों प्रारूपों में 102 मैच खेले। इनमें 4 टेस्ट, 60 वनडे और 58 टी20 शामिल हैं। उन्होंने कुल 3,145 रन बनाए, जिसमें उनके चार अंतरराष्ट्रीय शतक वनडे में आए। विकेटकीपर-बल्लेबाज के रूप में उनकी आक्रामक बल्लेबाजी और चुस्त कीपिंग ने उन्हें प्रशंसकों का चहेता बनाया।