कुणाल बिल्डर्स से पूर्व सीएस ने खरीदी जमीन : Hemant Katare

स्वतंत्र समय, भोपाल

उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ( Hemant Katare ) ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि राजेश शर्मा तो छोटी सी मछली है। इसके पीछे पूर्व मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस मास्टर माइंड हैं। भोपाल में इनकम टैक्स और लोकायुक्त की छापेमारी पूरे देश में चर्चा का विषय बनी हुई है। इसी बीच कांग्रेस ने त्रिशूल कंस्ट्रक्शन कम्पनी के मालिक राजेश शर्मा के घर पर हुई छापेमारी के मामले पर पूर्व मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस पर पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है।

Hemant Katare बोले- राजेश शर्मा इकबाल सिंह का पपेट

हैमंत कटारे ( Hemant Katare ) ने राजेश शर्मा को इकबाल सिंह का पपेट बताया। कटारे ने कहा जिस कुणाल बिल्डर्स पर छापेमारी हुई है। उसी से इकबाल सिंह बैंस और परिवार ने सेवनिया गौड़ में जमीन खरीदी है। उप नेता प्रतिपक्ष ने कहा- 100 करोड़ रुपए की राशि तो राजेश शर्मा एक छोटी सी मछली से जब्त किए हैं। बड़े-बड़े मगरमच्छ इकबाल सिंह बैस, पूर्व ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर, वर्तमान परिवहन मंत्री और कई अधिकारियों की जांच हो तो यह राशि कम-से-कम 20 हजार करोड़ रुपए की होगी। कटारे ने आरोप लगाया कि मुख्य सचिव रहते हुए इकबाल सिंह बैंस ने पद का दुरुपयोग किया। उन्होंने अपने करीबियों को फायदा पहुंचाने वाली कई अनुमतियां दीं।

झील से 30 मीटर की दूरी पर कंस्ट्रक्शन हो रहा

कटारे ने झील और आसपास के इलाके का नक्शा दिखाते हुए बताया कि जहां इकबाल सिंह और उनके परिवार जनों की जमीन है। वहां झील से 30-40 मीटर पर ही कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा है। बाकी शहर में झील से 300 मीटर की दूरी पर भी कंस्ट्रक्शन नहीं होता है। उन्होंने आरोप लगाया कि ये काम इकबाल सिंह बैस के संरक्षण में ये चल रहा है। झील के आसपास सभी जगह ग्रीन बेल्ट है पर ग्राम सेवनिया गौड में झील के पास ग्रीन जोन नहीं है। कटारे ने बैस पर 10 साल के कार्यकाल के दौरान कई घोटालों का आरोप लगाया। उन्होंने कहा- लो डेंसिटी एरिया में धारा 61 के तहत प्लाटिंग की परमिशन नहीं मिल सकती है।द बैस ने ये परमिशन दिलाई। एफएआर जितना होता है उससे दुगने से ज्यादा की परमिशन दिलाई। राजेश शर्मा के कुणाल बिल्डर्स से ज्वाइंट वेंचर होने के बाद, जो परमिशन सालों साल नहीं मिल रही थी एक महीने में दिलाई। कटारे ने इन सभी की जांच की मांग की है।

इकबाल और राजेश का गठजोड़

हेमंत कटारे ने कहा कि इकबाल सिंह बैस और राजेश शर्मा के बीच गठजोड़ है। दोनों के पारिवारिक और व्यावसायिक संबंध हैं। उन्होंने बताया कि ग्राम सेवनिया गौड में सेंट्रल पार्क प्रोजेक्ट चल रहा है। कुणाल बिल्डर्स के इस प्रोजेक्ट में राजेश शर्मा का ज्वाइंट वेंचर है। कटारे ने इस प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि इसमें भोपाल की सुंदरता और मास्टर प्लान को ताक पर रखा जा रहा है। ऐसी जगह पर इकबाल सिंह बैस और उनके परिवार के लोगों की संपत्तियां है। भाजपा का वादा था कला धन लाने का। काला धन तो नहीं आया। मप्र में पीला धन आ गया गोल्ड बिस्किट के रूप में।