स्वतंत्र समय, मुरैना
कांग्रेस के विधायक एवं विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ( Hemant Katare ) के विरुद्ध 21 वर्ष पुराने मामले में प्रतिशोध की भावना से मामला दर्ज किया गया है। इसे लेकर समस्त ब्राह्मण समाज मुरैना ने सोमवार को राज्यपाल के नाम विज्ञापन जिला कलेक्टर को सोपा। इस ज्ञापन में ब्राह्मणों पर अन्याय एवं अत्याचार किए जाने के आरोप लगाए गए हैं। ज्ञापन में कहा गया है कि ये अन्याय ना सिर्फ आपराधिक है बल्कि राजनैतिक रूप से भी ब्राह्मणों को निरंतर टारगेट किया जा रहा है, जो कि प्रत्यक्ष रूप से स्पष्ट नजर आ रहा है।
Hemant Katare पर इओडब्ल्यू की कार्रवाई
कुछ समय पूर्व जबलपुर के टिकमा गांव में ब्राह्मण परिवार के 4 सदस्यों की नृशंस हत्या हुई थी, जिसमें आज दिनांक तक न्याय नहीं मिल पाया है और ना ही पीडि़त पक्ष को किसी भी प्रकार की कोई आर्थिक मदद मिली है। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि अपराधियों और सरकार ने ठान रखा है कि ब्राह्मणों का दमन किया जाना अति आवश्यक है क्योंकि एक ब्राह्मण ही है जो सभी की परेशानियों में, सभी वर्गों के साथ निस्वार्थ भाव से, बगैर किसी लालच के, कंधा से कंधा मिलाकर सहयोग करता है। अभी हाल ही में प्रतिष्ठित ब्राह्मण परिवार हेमंत कटारे ( Hemant Katare ) उपनेता प्रतिपक्ष और उनके परिवारजनों के खिलाफ राजनैतिक दबाब के चलते असत्य प्रकरण में ईओडब्ल्यू द्वारा कार्रवाई की गई है जो कि बेबुनियाद है, जिसका सत्य से कोई संबंध नहीं है। कटारे प्रदेश में ब्राह्मणों का एक महत्वपूर्ण चेहरा है और वो निरंतर हर वर्ग के शोषितों, पीडि़तों की आवाज उठाते रहते हैं। इस प्रकरण में शासन उनको टारगेट करते हुए उनकी 75 वर्षीय वृद्ध मां और परिवारीजनों के नाम, लगभग 21 वर्ष बाद ईओडब्ल्यू से कार्रवाई करवा कर अत्यंत ही घृणित और अशोभनीय कृत्य किया है और ये ब्राह्मणों के प्रति अत्याचार की पराकाष्ठा है। इस कार्रवाई से चंबलांचल सहित संपूर्ण मप्र के ब्राह्मणों में रोष व्याप्त है।