भारत की प्रमुख इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी हाईवे इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (HIL) ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (30 जून 2025 को समाप्त) के असंशोधित वित्तीय परिणाम जारी किए। कंपनी ने इस अवधि में राजस्व और लाभ, दोनों ही स्तरों पर उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की। यातायात वॉल्यूम में वृद्धि, डिजिटल टोलिंग सॉल्यूशंस और नए प्रोजेक्ट्स की वजह से कंपनी का प्रदर्शन उम्मीद से बेहतर रहा।
वित्तीय प्रदर्शन – राजस्व और मुनाफे में उछाल
स्टैंडअलोन आधार पर HIL का परिचालन राजस्व पिछले वर्ष की तुलना में 38% बढ़कर ₹113.60 करोड़ रहा, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह ₹82.28 करोड़ था।
कर पश्चात शुद्ध लाभ (Net Profit After Tax) में और भी बड़ा सुधार देखने को मिला, जो 128% बढ़कर ₹7.20 करोड़ तक पहुंच गया। EBITDA में भी 32% की वृद्धि हुई और यह ₹106.23 करोड़ दर्ज किया गया।
विवरण Q1 FY 25-26 (₹ करोड़) Q1 FY 24-25 (₹ करोड़) % वृद्धि
- परिचालन से राजस्व 113.60 82.28 38.06%
- EBITDA 106.23 80.51 31.95%
- कर पश्चात शुद्ध लाभ 7.20 3.15 128.26%
परिचालन उपलब्धियां
- ट्रैफिक ग्रोथ और डिजिटल टोलिंग: बढ़ते यातायात और RFID तथा ANPR तकनीक आधारित टोलिंग सॉल्यूशंस से कंपनी को राजस्व वृद्धि में मदद मिली।
- नया टोल ऑपरेशन: उत्तर प्रदेश के किरतपुर टोल प्लाज़ा पर ₹84.78 करोड़ मूल्य का प्रोजेक्ट सफलतापूर्वक शुरू किया गया।
- नया प्रोजेक्ट अवॉर्ड: तिमाही के दौरान कंपनी को ₹31.07 करोड़ का एक और टोल प्रोजेक्ट प्राप्त हुआ, जिससे HIL की राष्ट्रीय उपस्थिति और मजबूत हुई।
ऑर्डर बुक और विकास की दिशा
Q1 FY 2025-26 में कंपनी की टोल ऑर्डर बुक में ₹115.85 करोड़ की बढ़ोतरी दर्ज की गई। नए प्रोजेक्ट्स और डिजिटल टेक्नोलॉजी पर निवेश कंपनी की लंबी अवधि की वृद्धि दृष्टि को मजबूत बना रहे हैं। HIL का लक्ष्य न केवल टोलिंग सेक्टर में अग्रणी बनना है बल्कि इसे एक टेक्नोलॉजी-लीड इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी के रूप में स्थापित करना है।
प्रबंधन का बयान
कंपनी के अनुसार, उनका ध्यान भविष्य में भी परिचालन दक्षता को बढ़ाने और प्रोजेक्ट पोर्टफोलियो को विस्तारित करने पर रहेगा। नए टोल प्रोजेक्ट्स इस लक्ष्य की दिशा में एक अहम कदम हैं। प्रबंधन का मानना है कि इससे आने वाले समय में शेयरधारकों और हितधारकों को दीर्घकालिक मूल्य मिलेगा।
कंपनी की पृष्ठभूमि
- 2006 में स्थापित हाईवे इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (HIL) सड़कों, राजमार्गों, पुलों, टोलवे और भवनों सहित विभिन्न इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में कार्यरत है।
- प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY), स्कूलों, आवासीय परियोजनाओं और आईटी पार्क्स जैसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स का सफल निष्पादन।
- दिल्ली–मेरठ एक्सप्रेसवे पर ANPR आधारित टोल कलेक्शन लागू करने वाली शुरुआती कंपनियों में से एक।
- वर्तमान में 11 राज्यों और 1 केंद्र शासित प्रदेश में सक्रिय टोल ऑपरेशन्स का संचालन।
- EPC बिज़नेस और इंजीनियरिंग क्षमताओं के साथ कंपनी एंड-टू-एंड इंफ्रास्ट्रक्चर समाधान उपलब्ध कराती है।
अधिक जानकारी के लिए: www.highwayinfrastructure.in