Maha Kumbh 2025 Dharm Sansad : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ के दौरान सोमवार को धर्म संसद का आयोजन हुआ, जिसमें सनातन बोर्ड के गठन को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। साधु-संतों की सर्वसम्मति से इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई, और इसे अब ‘हिंदू अधिनियम 2025’ के तहत लागू किया जाएगा।
धर्म संसद में यह भी तय किया गया कि सनातन बोर्ड एक स्वतंत्र निकाय के रूप में काम करेगा, और इसके अध्यक्ष मंडल में 11 सदस्य होंगे। इनमें चार प्रमुख संप्रदायों के जगतगुरु, तीन सनातनी अखाड़ों के प्रमुख संत और कथावाचक शामिल होंगे। इसके अलावा संरक्षक मंडल में भी एक सदस्य की नियुक्ति की जाएगी।
सनातन बोर्ड के उद्देश्य और कार्य
- मठ-मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त कराना
- मठ-मंदिरों में गौशाला और गुरुकुल की स्थापना
- मंदिरों में पुजारियों की नियुक्ति
- सनातन धर्म से जुड़े गरीब परिवारों को आर्थिक सहायता
- लव जिहाद और धर्मांतरण पर रोक लगाने के उपाय
यह प्रस्ताव, जो हिंदू समाज के उत्थान और संरक्षण के लिए बड़ा कदम माना जा रहा है, अब आधिकारिक रूप से ‘हिंदू अधिनियम 2025’ के तहत लागू होगा।