होली पर चढ़ा राजनीतिक और फिल्मी रंग, बाजारों में बिक रहे मोदी मुखौटे और पुष्पा-2 की पिचकारियाँ

होली 2025 का त्योहार पश्चिम बंगाल में एक अलग ही रंग में नजर आ रहा है। इस बार के होली बाजारों में न केवल पारंपरिक रंगों की धूम है, बल्कि राजनीतिक और फिल्मी रंग भी उभर कर सामने आ रहे हैं। राजधानी कोलकाता से लेकर हावड़ा, हुगली, पुरुलिया, बांकुड़ा, बीरभूम, आसनसोल जैसे जिलों में होली के बाजार में कुछ नई और दिलचस्प चीजें देखी जा रही हैं।

यहाँ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मुखौटों के साथ-साथ फिल्मी पिचकारियाँ भी ग्राहकों को आकर्षित कर रही हैं। खासकर “केजीएफ” के हथौड़े और “पुष्पा-2” की पिचकारियों की बड़ी मांग देखी जा रही है।

मोदी और ममता के मुखौटों वाली पिचकारियाँ

दुकानदारों का कहना है कि इस वर्ष होली बाजार में सबसे ज्यादा मांग अनोखे डिज़ाइन वाली पिचकारियों की है। मोदी और ममता के मुखौटों वाली पिचकारियाँ भी बड़े पैमाने पर बिक रही हैं। ग्राहकों की संख्या में बढ़ोतरी के कारण दुकानदारों को माल की सप्लाई में मुश्किलें आ रही हैं। हर साल होली पर कुछ नया और खास डिजाइन लाने की कोशिश की जाती है, लेकिन इस साल की डिमांड कुछ ज्यादा ही बढ़ी हुई है। खासकर बच्चे इन अनोखी पिचकारियों को लेकर उत्साहित हैं। इसके अलावा, बेलन और सिगरेट जैसे आकार की पिचकारियाँ भी बाजार में उपलब्ध हैं, जो बच्चों के बीच खासा आकर्षण पैदा कर रही हैं।

ग्राहक हर्बल रंगों को दे रहे हैं प्राथमिकता

पिछले कुछ वर्षों में रासायनिक रंगों के उपयोग में कमी आई है, और अब ग्राहक हर्बल रंगों को प्राथमिकता दे रहे हैं। यह हर्बल रंग त्वचा के लिए सुरक्षित माने जाते हैं, और इसके इस्तेमाल से किसी प्रकार की एलर्जी या स्किन प्रॉब्लम का खतरा नहीं होता। इस समय बाजार में गुलाल, गीले और सूखे रंगों के साथ हर्बल विकल्प भी उपलब्ध हैं। लोगों में इन हर्बल रंगों की लोकप्रियता बढ़ रही है, क्योंकि रासायनिक रंगों से त्वचा को नुकसान हो सकता है, और अब लोग अपनी सेहत का ख्याल रखते हुए हर्बल रंगों का चयन कर रहे हैं।

रंग-बिरंगी पिचकारियाँ और अबीर-गुलाल भी आकर्षण का केंद्र

इन राजनीतिक और फिल्मी रंगों के अलावा, होली के त्योहार पर बाजार में रंग-बिरंगी पिचकारियाँ और अबीर-गुलाल भी आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। दुकानदारों का कहना है कि इस बार होली के बाजार में एक नया रंग नजर आ रहा है, जो लोगों को चौंका भी रहा है और खुश भी कर रहा है। राजनीतिक और फिल्मी मसलों का मिलाजुला असर होली बाजार पर साफ देखा जा सकता है, और यह दर्शाता है कि त्योहारों के दौरान समाज में बदलाव आ रहे हैं और नए ट्रेंड्स उभर कर सामने आ रहे हैं।