Holika Dahan 2025 Muhurat: इस वर्ष होलिका दहन 13 मार्च को है, लेकिन भद्रा काल के प्रभाव के कारण शुभ मुहूर्त सीमित रहेगा। भद्रा मुख के दौरान होलिका दहन करना अशुभ माना जाता है, इसलिए भद्रा पूंछ के समय दहन करना उचित होता है। भद्रा पूंछ 13 मार्च की रात 10:44 बजे के बाद समाप्त होगी, इसलिए इस समय के बाद होलिका दहन करना शुभ और मंगलकारी रहेगा।
यदि भद्रा काल के बाद होलिका दहन करना संभव न हो, तो रात्रि 11:26 बजे से 12:30 बजे के बीच का समय श्रेष्ठ मुहूर्त माना गया है। इस दौरान होलिका दहन करने से शुभ फल प्राप्त होते हैं और सभी बाधाओं का निवारण होता है।
भद्रा काल में होलिका दहन करने से कई संभावित दुष्प्रभाव हो सकते हैं। इस दौरान दहन करने से परिवार, समाज और देश में संकट, दुर्घटनाएं या कलह बढ़ने की आशंका रहती है। साथ ही, लोगों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, जिससे बीमारियां और मानसिक तनाव बढ़ सकते हैं। कृषि और व्यापार में हानि होने की संभावना रहती है, जिससे आर्थिक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसके अलावा, पारिवारिक कलह और समाज में आपसी मतभेद भी बढ़ सकते हैं, जिससे सामाजिक संतुलन प्रभावित हो सकता है। इसलिए होलिका दहन हमेशा शुभ मुहूर्त में ही करना उचित माना जाता है।