स्वतंत्र समय, इंदौर
इंदौर नगर निगम के पूर्व सिटी इंजीनियर हरभजन सिंह का शुक्रवार को निधन हो गया। इंदौर में हनीट्रैप ( Honeytrap ) कांड का खुलासा हरभजन सिंह की रिपोर्ट के बाद ही हुआ था। उनका शव रीवा स्थित पैतृक मकान में मिला है। हार्ट अटैक से मौत की आशंका है।
हरभजन की शिकायत पर ही हुआ था Honeytrap का खुलासा
पांच साल पहले हुए चर्चित हनीट्रैप ( Honeytrap ) कांड में हरभजन सिंह फरियादी थे। इसके बाद ही इस बड़े कांड का खुलासा हुआ था। मप्र में यह मामला काफी चर्चाओं में रहा। दोपहर को उनका शव घर में दिखने पर पडोसियों ने अस्पताल भेजा। उनकी पत्नी और बेटा दूसरे शहर में रहते हैं। उन्हें भी सूचना दे दी गई है। रीवा पुलिस मामले की जांच कर रही है। पोस्टमॉर्टम के बाद ही इसका खुलासा होगा। उन्होंने शिकायत में कहा था कि कुछ युवतियां उन्हें वीडियो रिकार्डिंग के नाम पर ब्लैक मेल कर रही है। बाद में पुलिस ने भोपाल और इंदौर से चार युवतियों को गिरफ्तार किया था। इनमें से एक आरोपी युवती ने हरभजन सिंह के खिलाफ दुष्कर्म की शिकायत की थी। इसके बाद हरभजन पर भी पुलिस ने केस दर्ज कर दिया था। फिर विभाग ने उन्हें निलंबित कर दिया था और उनका मुख्यालय रीवा कर दिया गया। सस्पेंड के कुछ दिनों तक हरभजन इंदौर में ग्रेटर कैलाश मार्ग स्थित मकान में रहने चले गए थे।। बाद में वे रीवा स्थित अपने पैतृक निवास पर रहने चले थे। पत्नी और उनके बेटे भी कुछ समय से दूसरे शहर में रहने चले गए थे।