जयपुर-अजमेर हाईवे पर शुक्रवार अल सुबह हुए इस बड़े हादसे में केमिकल से भरा हुआ एक तेज रफ्तार ट्रक दूसरे ट्रक से टकरा गया, जिससे ट्रक में आग लग गई और जोरदार धमाका हो गया। इस भयानक घटना में पांच लोगों की जलने से मौत हो गई। मौके पर राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। स्थानीय प्रशासन और दमकल विभाग ने स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की। हादसे के कारण हाईवे पर यातायात बाधित हो गया। घटना के कारणों की जांच की जा रही है।
जयपुर-अजमेर हाईवे पर हुए इस भीषण हादसे में देखते ही देखते आग ने 40 गाड़ियों को अपनी चपेट में ले लिया। हादसे में 37 लोग झुलस गए, जिन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मौके पर स्थिति भयावह बनी हुई है, और हाईवे पर अफरा-तफरी का माहौल है। घटना के बाद से इस रूट पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से रोक दी गई है। दमकल विभाग और प्रशासन की टीम आग पर काबू पाने और घायलों को राहत पहुंचाने में जुटी हुई है। हादसे के कारणों की जांच जारी है, और आसपास के इलाकों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
भांकरोटा थाने के एसएचओ मनीष गुप्ता ने बताया कि जयपुर-अजमेर हाईवे पर हुए इस भीषण हादसे में दो ट्रकों की टक्कर के बाद हुए धमाके और आग ने आसपास खड़ी कई गाड़ियों को अपनी चपेट में ले लिया। घटना के तुरंत बाद दमकल विभाग को सूचित किया गया, और आग पर काबू पाने का प्रयास जारी है। घायलों को एंबुलेंस के जरिए पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। स्थिति पर नियंत्रण पाने और नुकसान का आकलन करने के लिए प्रशासन और पुलिस मौके पर तैनात है। घटना ने पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है।
जयपुर-अजमेर हाईवे पर हुए हादसे में ट्रकों की टक्कर के बाद इतना तेज धमाका हुआ कि इसकी आवाज 10 किलोमीटर दूर तक सुनाई दी। धमाके की तीव्रता ने आसपास के लोगों को दहशत में डाल दिया। 300 मीटर के दायरे में मौजूद लोग और वाहन इसकी चपेट में आ गए। इसके बाद दूसरे वाहनों में भी आग लग गई, जिससे टैंकों के फटने का सिलसिला शुरू हो गया और आग तेजी से फैलने लगी। सुबह के वक्त आग की भीषण लपटें और धुआं काफी दूर से साफ दिखाई दे रहा था। घटना ने पूरे इलाके में अफरा-तफरी मचा दी है, और राहत एवं बचाव कार्य जारी है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा हादसे के पीड़ितों से मिलने के लिए मौके पर पहुंचे। उन्होंने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए अपने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा, “जयपुर-अजमेर राष्ट्रीय राजमार्ग पर गैस टैंकर में आग लगने की घटना में नागरिकों के हताहत होने का दुःखद समाचार सुनकर मन अत्यंत व्यथित है।”
उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिया है कि घायलों को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए और प्रभावित परिवारों को हरसंभव सहायता दी जाए। मुख्यमंत्री ने घटना स्थल का निरीक्षण किया और राहत कार्यों में तेजी लाने के लिए अधिकारियों से चर्चा की। उनका कहना है कि सरकार इस संकट में पीड़ितों के साथ खड़ी है।