Shubman Gill: भारतीय क्रिकेट एक नए युग की ओर बढ़ रहा है, जहां पुरानी पीढ़ी धीरे-धीरे विदा ले रही है और युवा खिलाड़ी कमान संभाल रहे हैं। बीसीसीआई ने इस बदलाव को तेज करने के लिए शुभमन गिल को इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए भारत का टेस्ट कप्तान नियुक्त किया है। जसप्रीत बुमराह की नाजुक शारीरिक स्थिति और रोहित शर्मा के संन्यास के बाद, बोर्ड ने अगले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिए एक युवा नेता को तैयार करने का फैसला किया। 25 वर्षीय गिल को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है, भले ही उनका टेस्ट रिकॉर्ड अभी तक उतना प्रभावशाली नहीं रहा है। बीसीसीआई को उम्मीद है कि गिल न केवल अपनी बल्लेबाजी को नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे, बल्कि एक युवा भारतीय टीम का नेतृत्व भी बखूबी करेंगे।
24 मई, 2025 को गिल को भारत का 37वां टेस्ट कप्तान घोषित किया गया, जब इंग्लैंड दौरे के लिए 18 सदस्यीय भारतीय टीम की घोषणा हुई। इसके बाद, गिल ने मुख्य कोच गौतम गंभीर के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया और अपनी नई टीम को कई प्रेरणादायक संदेश दिए। यूनाइटेड किंगडम रवाना होने से पहले गिल ने अपनी नई भूमिका को लेकर कई सवालों के जवाब दिए, लेकिन हाल ही में उन्होंने पहली बार इस जिम्मेदारी के गहरे पहलुओं पर खुलकर बात की।
Shubman Gill बोले उनसे अगरकर और गौतम ने क्या कहा?
स्काई स्पोर्ट्स पर पूर्व भारतीय विकेटकीपर दिनेश कार्तिक के साथ बातचीत में गिल ने खुलासा किया कि बीसीसीआई, मुख्य कोच गौतम गंभीर और चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर ने उनसे कोई खास उम्मीदें नहीं रखी हैं। गिल ने कहा, “मैंने गौती भाई और अजीत भाई के साथ कई बार इस बारे में बात की है। उन्होंने मुझसे कहा है कि मुझे बस एक लीडर के रूप में खुद को अभिव्यक्त करना है। उनकी ओर से कोई उम्मीद नहीं है। वे मुझसे ऐसा कुछ करने की अपेक्षा नहीं कर रहे, जो मेरी क्षमता से बाहर हो।”
गिल का कप्तानी रिकॉर्ड अभी तक बहुत प्रभावशाली नहीं रहा है। आईपीएल 2025 में उन्होंने गुजरात टाइटंस को प्लेऑफ तक पहुंचाया, लेकिन रणजी ट्रॉफी में उनकी नेतृत्व क्षमता ज्यादा परखी नहीं गई। फिर भी, गिल ने स्पष्ट किया कि बोर्ड या कोचिंग स्टाफ से कोई दबाव नहीं है। उन्होंने कहा, “उनकी ओर से कोई दबाव या अपेक्षाएं नहीं हैं, लेकिन एक लीडर और खिलाड़ी के रूप में मेरी खुद से कुछ अपेक्षाएं जरूर हैं।”
Shubman Gill की यह नियुक्ति भारतीय क्रिकेट के लिए एक नई शुरुआत का संकेत है। गंभीर और अगरकर का यह दृष्टिकोण कि गिल को अपनी शैली में नेतृत्व करने की स्वतंत्रता दी जाए, युवा कप्तान के लिए एक सकारात्मक माहौल बनाता है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि गिल इस मौके को कैसे भुनाते हैं और इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में भारतीय टेस्ट टीम को कैसे आगे ले जाते हैं।