कथा के लिए कितनी फीस लेते हैं सीहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा? जानें कहां-कहां से आता है पैसा

मध्य प्रदेश के सीहोर से ताल्लुक रखने वाले पंडित प्रदीप मिश्रा एक प्रसिद्ध धार्मिक व्यक्तित्व हैं, जिनकी कथाएं लाखों लोगों का दिल छूती हैं। इस समय वे मेरठ के शताब्दी नगर में अपनी कथा का आयोजन कर रहे हैं, जो आज छठे दिन में प्रवेश कर चुका है। पंडित मिश्रा हमेशा किसी न किसी कारण से चर्चाओं में रहते हैं। हाल ही में उनका एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने राधा रानी पर एक विवादास्पद टिप्पणी की थी, जिस पर वृंदावन के संत प्रेमानंद ने नाराजगी जताई थी। इसके बाद, पंडित मिश्रा ने बरसाना जाकर राधा रानी से माफी भी मांगी थी।

पंडित प्रदीप मिश्रा की आय के स्रोत

पंडित प्रदीप मिश्रा की आय को लेकर अक्सर चर्चा होती रहती है। वे पूरे देश में कथा करने जाते हैं और एक कथा के लिए उनका शुल्क कितना होता है, इस बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वे एक कथा के लिए 10 लाख से 20 लाख रुपये तक चार्ज करते हैं, और यह शुल्क आयोजन के दिन और स्थान पर निर्भर करता है।

यूट्यूब से लाखों की कमाई

पंडित प्रदीप मिश्रा का यूट्यूब चैनल ‘Pandit Pradeep Ji Mishra Sehore Wale’ बेहद लोकप्रिय है, जहां लगभग 76 लाख सब्सक्राइबर हैं। इस चैनल पर पंडित मिश्रा की कथाओं के वीडियो अपलोड होते हैं, जो लाखों व्यूज हासिल करते हैं। चैनल पर करीब 8000 वीडियो हैं, और इससे उन्हें लाखों रुपये की कमाई होती है।

फेसबुक और टीवी प्रोग्राम से भी आमदनी

इसके अलावा, पंडित मिश्रा का फेसबुक पेज भी काफी फेमस है, जिस पर 20 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं। फेसबुक से भी उन्हें अच्छी कमाई होती है। साथ ही, वे टीवी चैनलों पर भी प्रोग्राम करते रहते हैं, जहां से उन्हें एक और स्थिर आय का स्रोत मिलता है।

दान के लिए भी मशहूर

पंडित प्रदीप मिश्रा के समर्थकों का कहना है कि वे अपनी कमाई का एक हिस्सा जरूरतमंदों को दान में दे देते हैं, जो उनकी धार्मिक दृष्टिकोण को और भी सराहनीय बनाता है।

कौन हैं पंडित प्रदीप मिश्रा?

पंडित प्रदीप मिश्रा का जन्म 1980 में मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में हुआ था। वे एक साधारण परिवार से आते हैं और स्नातक की पढ़ाई की है। पढ़ाई के दौरान ही उन्हें धार्मिक कार्यों में रुचि उत्पन्न हुई, और वे अब कुबेरेश्वर धाम के प्रमुख भी हैं। उनके देशभर में करोड़ों फॉलोअर्स हैं, जो उनकी कथाओं और उपदेशों से प्रेरित होते हैं।