कैसे बढ़ाए लैपटॉप की बैटरी लाइफ? अपनाएं ये आसान उपाय

आज के समय में लैपटॉप हर किसी की जरूरत बन गया है, चाहे वो पढ़ाई हो, ऑफिस का काम या फिर मनोरंजन। लेकिन लगातार चार्जिंग की जरूरत और बैटरी जल्दी खत्म होने की समस्या से कई लोग परेशान रहते हैं।

अच्छी खबर ये है कि कुछ छोटे बदलाव और सही आदतें अपनाकर आप अपने लैपटॉप की बैटरी को लंबे समय तक चला सकते हैं। आइए जानते हैं कुछ बेहद आसान लेकिन असरदार टिप्स, जो आपके डिवाइस की बैटरी परफॉर्मेंस को बेहतर बनाएंगे।

कंट्रोल में रखें स्क्रीन ब्राइटनेस

लैपटॉप की स्क्रीन सबसे ज्यादा बैटरी खर्च करती है। अगर ब्राइटनेस बहुत ज्यादा है, तो बैटरी तेजी से खत्म होगी। इसलिए हमेशा जरूरत के हिसाब से ब्राइटनेस को कम रखें। कुछ लैपटॉप्स में “ऑटो ब्राइटनेस” का विकल्प भी होता है, जिसे ऑन करके आप बैटरी की खपत को खुद-ब-खुद मैनेज कर सकते हैं।

बैकग्राउंड में चल रहे ऐप्स को करें बंद

कई बार हम अनजाने में ढेर सारे प्रोग्राम्स या टैब्स खोल कर छोड़ देते हैं, जो बिना इस्तेमाल के भी बैटरी खाते रहते हैं। टास्क मैनेजर में जाकर यह चेक करें कि कौन-कौन से ऐप्स बिना जरूरत के चल रहे हैं और उन्हें तुरंत बंद कर दें। इससे बैटरी पर से बोझ कम होगा।

बैटरी सेवर मोड का करें इस्तेमाल

Windows और Mac दोनों ऑपरेटिंग सिस्टम्स में “Battery Saver” या “Power Saving Mode” नाम का एक फीचर मौजूद होता है। इसे एक्टिवेट करने पर आपका कंप्यूटर ऑटोमैटिकली ऐसी सेटिंग्स अपनाता है जो बैटरी की खपत को घटा देती हैं। यह सुविधा तब खासतौर पर मददगार होती है जब चार्जर आसपास न हो और डिवाइस की बैटरी बचाना जरूरी हो।

Wi-Fi और Bluetooth का करें सीमित इस्तेमाल

यदि आप फिलहाल इंटरनेट इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं या कोई ब्लूटूथ डिवाइस आपके फोन से जुड़ा नहीं है, तो बेहतर होगा कि Wi-Fi और Bluetooth को बंद कर दें। ये दोनों फीचर्स बैकग्राउंड में लगातार नेटवर्क और डिवाइस की तलाश करते रहते हैं, जिससे बैटरी जल्दी खत्म हो सकती है। इसलिए जब तक जरूरी न हो, इन्हें बंद रखना स्मार्ट तरीका है।

चार्जिंग की सही तकनीक अपनाएं

अक्सर लोग सोचते हैं कि बैटरी को 100% तक चार्ज करना जरूरी है, लेकिन असल में 20% से 80% तक की चार्जिंग रेंज बैटरी की हेल्थ के लिए सबसे उपयुक्त होती है। ज्यादा देर तक चार्जिंग पर लगे रहने से बैटरी पर नेगेटिव असर पड़ता है। इसके अलावा, डिवाइस को अत्यधिक गर्मी से भी बचाएं।

स्लीप और हाइबरनेट मोड का करें स्मार्ट उपयोग

अगर आप थोड़ी देर के लिए लैपटॉप का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं, तो उसे ऑन छोड़ने की बजाय “Sleep” या “Hibernate” मोड में डालें। इससे न सिर्फ बैटरी की खपत कम होती है बल्कि डिवाइस भी जल्दी स्टार्ट हो जाता है जब आप दोबारा काम शुरू करें।

ऑटो अपडेट और बैकग्राउंड सिंकिंग को करें नियंत्रित

सिस्टम अपडेट, क्लाउड स्टोरेज सिंक और अन्य बैकग्राउंड सर्विसेस लगातार चलते रहते हैं और बैटरी को धीरे-धीरे खत्म करते हैं। आप चाहें तो इन्हें मैनुअली सेट कर सकते हैं ताकि ये सिर्फ तब चालू हों जब वाकई जरूरत हो।

SSD और लाइट सॉफ्टवेयर का करें चयन

अगर आपके लैपटॉप में SSD (सॉलिड स्टेट ड्राइव) है तो यह बैटरी की खपत को कम करता है, क्योंकि यह HDD की तुलना में ज्यादा फास्ट और ऊर्जा-कुशल होता है। इसके साथ ही ऐसे सॉफ्टवेयर या ब्राउज़र का इस्तेमाल करें जो सिस्टम पर कम लोड डालते हों।