सारंगपुर से शुरू हुई विशाल चुनरी यात्रा, 21 कि.मी. पैदल चलकर पहुंचेगी भैंसवा माता

सारंगपुर में शीतलता की देवी शीतला से भैंसवा माता की पहाड़ी तक हर साल निकाली जाने वाली चुनरी यात्रा बुधवार को सुबह शीतलामाता, अम्बे माता और खेड़ापति हनुमान मंदिर पर पूजा के साथ ही शहर की सड़कों से होकर निकली।

यात्रा का शहर में जगह जगह पुष्प वर्षा का स्वागत किया वहीं यात्रा में मंत्री टेटवाल सहित शहर के सेंकड़ो गणमान्य नागरिक शामिल हुए। यात्रा दोपहर दो बजे के लगभग भैंसवा माता पहाड़ी पहुंचेगी जहां महाआरती के साथ ही बिजासन माता को 151 मीटर की चुनर चढ़ाई जाऐगी।

बुधवार को सुबह से ही सारंगपुर शहर में माता के जयकारों की धूम रही है। बुधवार को सुबह 8:30 पर शीतला माता मंदिर बागकुआ पर पूजा कर शुरू हुई चुनरी यात्रा में
रंगेरवाड़ी अम्बे माता मंदिर पहुंची, जहां राज्यमंत्री गौतम टेटवाल सहित, नपाध्यक्ष पंकज पालीवाल, उपाध्यक्ष निलेश वर्मा और आयोजन समिति के आनंद सक्सेना ने पूजा अर्चना की। अम्बे माता से यात्रा खेड़ापति हनुमान मंदिर पहुंची और हनुमानजी से आज्ञा लेकर भैंसवा माता के लिए रवाना हुई।

खेड़ापति से शुरू हुई यात्रा का जोशी घाटी, भेरू दरवाजा, दीनदयाल चौराहा, बस स्टेंड आदि कई स्थानों पर श्रद्धालुओं और स्थानीय नागरिको ने जगह जगह पुष्प वर्षा, जलपान करवाकर स्वागत किया। सुबह 10 बजे बस स्टेंड से यात्रा पाड़ल्या रोड़ पर पहुंची जहां से 21 किलोमीटर चलकर भैंसवां माताजी दोपहर दो बजे पहुंचेगी।

थिरके टेटवाल झूमें श्रद्धालु

यात्रा में राज्यमंत्री गौतम टेटवाल, यात्रा संयोजक आनंद सक्सेना, सह संयोंजक अमित पुष्पद सुहानी, अमित सक्सेना, संजय विजयवर्गीय, निलेश वर्मा आदि कई गणमान्य नागरिक शामिल हुए और चुनरी यात्रा के आगे ढ़ोल की थाप पर जमकर थिरके भी। वहीं हजारों की संख्या में पहुचे श्रद्धालु इस यात्रा में कपिलेश्वर मंदिर तक जाएंगे. जहां से बड़ी संख्या में महिलाए और पुरुष 21 किलोमीटर पैदल चलकर भैंसवा माता बीजासन धाम पहुंचेगे।